पिरेनीज़ स्थिति : ४२� ४५� उ.अ. तथा ०� १८� पू.दे.। यह दक्षिणी फ्रांस और उत्तरी स्पेन में आइबेरियन प्रायद्वीप तथा शेष यूरोपीय मुख्य भाग की सीमा बनानेवाली पर्वतशृंखला है। यह लिऑन्स की खाड़ी से लेकर बिस्के की खाड़ी तक पूर्व-दक्षिणपूर्व से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर फैली है। एक दूसरे से २० मील की दूरी पर स्थित दो समांतर पहाड़ियाँ पिरेनीज़ पर्वतशृंखला कहलाती है। उत्तर और दक्षिण दोनों तरफ अनेक शाखाएँ निकलकर विभिन्न प्रकार की घाटियाँ बनाती हैं। दक्षिणी ढाल पर उत्तरी ढाल से बहुत कम झीलें हैं, पर दृश्यों की सुंदरता में या उत्तरी ढाल से कहीं बढ़कर है।
इस शृंखला की उच्चतम चोटियाँ मध्य में हैं। यहाँ पर स्थित सर्वोच्च पिको डि एनिटो चोटी की ऊँचाई ११,१६९ फुट है। केंद्र के पूर्व की ओर शृंखला की औसत ऊँचाई २००० फुट हैं। पश्चिम की ओर भी ऊँचाई धीरे-धीरे कम होती है। मुख्य दर्रें शृंखला के पूर्व भाग में हैं।
शृंखला का केंद्रीय भाग ग्रेनाइट से निर्मित है। चूने की चट्टान से बनी कुछ चोटियों को छोड़कर सभी ऊँची चोटियाँ ग्रेनाइट की हैं। पिरेनीज़ में हिमनदियों की आधिकता नहीं है। पिरेनीज़ के गरम स्रोत पर्याप्त हैं। आग्नेय चट्टानों की संख्या बड़ी कम है। इस शृंखला में लोहा, ताँबा, सीसा, जस्ता मैंगनीज़, ऐंटीमनी आदि खनिज पदार्थ भी हैं। लेकिन अभी तक केवल लोहा ही अधिक निकाला जा सका है।
ऊँची चोटियों पर अल्पाइन पौधे पाए जाते हैं। पिरेनीज़ में हिमनदियों के कम होने से नदियों की धाराएँ स्त्रोतों द्वारा जल प्राप्त करती हैं। शृंखला की सबसे बड़ी नदी गारॉन है। औसत ऊँचाई एवं घनत्व की दृष्टि से पिरेनीज़ नि:संदेह यूरोप की द्वितीय पर्वतशृंखला है।(दीनानाथ सिंह)