पाल्मा जाकोपो वेनेशियन स्कूल का इटालियन चित्रकार। धार्मिक और पौराणिक विषयों को चित्रित करने में विशेष दक्ष। ब्रेंबो घाटी अर्थात् अपनी जन्मभूमि के समीपवर्ती तीन गांवों में उसने पूजावेदिकाएँ चित्रित कीं। फारमोसा की सेंट मेरिया चर्च की वेदिका के चौखट चित्रणों में सेंट बारबेरा की बड़ी ही भव्य आकृति निर्मित की गई है। नारियों की अनेक आकर्षक भाव भंगिमाएँ, जिनमें प्राय: कंधों पर लहराते केशोंवाली सुंदरी कोमलांगनाएँ यौवन और मनमोहक अदाओं के साथ चित्रित की गई हैं, परस्पर वार्तालाप की मुद्रा में संतों और देवियों के ग्रुप- जिनकी पृष्ठभूमि में प्राकृतिक दृश्यावली है- नेपुल्य म्यूजियम, हैंप्टन कोर्ट और वियना कला संग्रहालय में सुरक्षित हैं। तीन बहनें 'जेकब और रशेल' और 'बीनस' उसकी प्रसिद्ध परवर्ती कलाकृतियाँ हैं। जिनमें परिपक्वता और पर्याप्त सधापन है।

टिशियन, तिंतोरेत्तो, वेरोनीज़ और जिओर्जिओन आदि कलाकारों का उसपर व्यापक प्रभाव पड़ा। रोम और वेनिस की प्राचीन कलावस्तुएँ उसकी प्रेरणास्रोत बनीं और दोनों की टेकनीक और कलाप्रवृत्तियों में उसने सामंजस्य स्थापित किया।(शचीरानी गुर्टू)