पाटन १. स्थिति : २०° ५१¢ उ. अ. तथा ७२° १०¢ पू. दे.। यह गुजरात राज्य के महेसाण जिले में स्थित नगर है। यहाँ की जनसंख्या ५१,९५३ (१९६१) थी। इसका प्राचीन नाम अ्ह्रलपुर है। प्राचीन काल में इसे मुसलमानों ने खंडहर बना दिया था, उन्हीं खंडहरों पर पुन: नवीन पाटन ने प्रगति की है। महाराज भीम की रानी उद्यामती का बनवाया भवन खंडहर अवस्था में अब भी विद्यमान है। नगर के दक्षिण में एक प्रसिद्ध खान सरोवर है। एक जैन मंदिर में वनराजा की मूर्ति भी दर्शनीय है। नवीन पाटन मराठा लोगों के प्रयास का फल है। यह सरस्वती नदी से एक मील की दूरी पर है। यहाँ स्कूल और अस्पताल भी हैं। जैन मंदिरों की संख्या यहाँ एक सौ से भी अधिक है, पर ये विशेष कलात्मक नहीं है। खादी के व्यवसाय में इधर काफी उन्नति हुई है।

२. स्थिति : 27° 41¢ उ. अ. तथा 85° 20¢ पू. दे.। उपर्युक्त नाम का एक नगर नेपाल देश में बागमती नदी के दक्षिणी किनारे से कुछ ही दूर, काठमांडू से दो मील दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह काठमांडू से भी पुराना है। इसे 'ललिता पाटन' भी कहते हैं।

(रमेशचंद्र दुबे)