पाचेको, फ्रांसिस्को (1564-1654) स्पेनिश चित्रकार; कला का गंभीर आलोचक। प्रारंभ से ही वह ऐसे विद्वानों और चिंतनशील व्यक्तियों के संपर्क में रहा था कि जिनके कारण वह स्वयं भी बहुमुखी प्रवृत्तियों को विकस्ति कर सका। इटालियन कला का वह बहुत बड़ा प्रशंसक था और वहाँ के पनरुत्थानकाल की विशिष्ट कलाकृतियों का उसने एक संग्रह तैयार किया था। बाद में उसने एक कला एकेडेमी की स्थापना की जिसमें कितने ही कलाकार प्रशिक्षण प्राप्त करके प्रख्यात चित्रकार बने। मैड्रिड और टोलेडो के भ्रमण के दौरान अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकर एल ग्रेको से उसकी भेंट हुई और कुछ वर्ष पश्चात् जब वह पुन: मैड्रिड गया तो उसकी भेंट दूसरे प्रसिद्ध कलाकार वेलाज़केज़ से हुई। उन दोनों से उसे बहुत प्रेरणा मिली और वह निरंतर नई खोजो में लगा रहा।

वह सफल 'पोट्रेंट' चित्रकार भी था। उसने लगभग १५० आकृतिचित्रों का निर्माण किया। अपने परवर्ती जीवनकाल में वह कलासमीक्षा में जुट गया और ऐतिहासिक विवेचन प्रस्तुत करते हुए उसने स्पेनिश कला पर एक बड़ी ही महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी।(शचीरानी गुर्टू)