न्यूजर्सी (New Jersey) स्थिति : ३०� ५०� उ. अ. तथा ७४� १०� प. दे.। यह मध्य ऐटलैंटिक विभाग के प्रारंभिक १३ प्रदेशों में से एक प्रदेश है। इसके उत्तर में न्यूयॉर्क, पूर्व में ऐटलैंटिक महासागर, दक्षिण में डेलावेयर तथा पश्चिम में पेंसिलवेनिया स्थित हैं। इसका संपूर्ण भूभाग ७,८३६ वर्ग मील है जिसमें से ३१४ वर्ग मील जलमग्न है। इसकी औसत ऊँचाई समुद्रत से लगभग १,८०४ फुट है। यह राज्य २१ प्रशासनिक उपखंडों में विभक्त है। यहाँ की राधानी ट्रेंटन है। यहाँ की जनसंख्या ६३,४४,००० (१९६१ अनुमानित) थी।
यह राज्य भौगोलिक तथा भूगर्भिक दृष्टिकोणों से चार भागों में विभक्त किया जा सकता है : (१) ऐपालैचिएन घाटी - राज्य का उत्तरी-पश्चिमी भाग इसके अंतर्गत आता है, जो लगभग ६३५ वर्ग मील पर फैला हुआ है। इसके अंतर्गत किटाटिनी (kittatinny) तथा अपर डेलावेयर (Upper Delaware) घाटियाँ सम्मिलित हैं। ऐपालैचिएन घाटी का दक्षिण-पूर्वी निकास उच्च भूमि द्वारा अवरुद्ध है। (२) ऐपालैचिएन उच्चभूमि- इसके अंतर्गत अनेक समांतर पर्वतश्रेणियाँ, उत्तर-उत्तर-पूर्व एवं दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम दिशाओं में फैली हुई गहरी घाटियाँ बनाती हैं। इन पर्वतमालाओं की औसत ऊँचाई समुद्रतल से लगभग १,००० फुट है। (३) पीडमांट का मैदान- यह समस्त राज्य के १/५ भाग पर फैला है जिसमें अनेकों समतल मैदान हैं, जो कहीं कहीं ऊँची नीची पर्वतमालाओं द्वारा विभक्त हैं। (४) समुद्रतटीय मैदान - इसका धरातल लगभग समतल है, जो नदियों द्वारा अनेक घाटियों में विभाजित है। समुद्रतट से भीतर की ओर इसकी ऊँचाई धीरे धीरे बढ़ती जाती है, जो मध्य न्यूजर्सी में लगभग ४०० फुट हो जाती है।
यहाँ पर हड्सन तथा डेलावेयर (Delaware) बड़ी नदियाँ तथा अनेक छोटी नदियाँ बहती हैं। यहाँ पर लगभग छोटी बड़ी ८०० झीलें पाई जाती हैं। समुद्रतटीय भाग पर अनेक प्रकार के दलदल तथा नदियों के मुहाने हैं।
इस राज्य के उत्तरी तथा दक्षिणी भागों की जलवायु में अत्यधिक अंतर पाया जाता है। इसका उत्तरी भाग ऊँचा है तथा सेंटलॉरेंस झील द्वारा प्रापत हवाओं से प्रभावित है। इसका दक्षिणी भाग नीचा है और लगभग चारों ओर से समुद्र द्वारा घिरा हुआ है। जुलाई में यहाँ का औसत ताप लगभग २३� सें. रहता है, जो जनवरी में घटकर लगभग -१� सें. हो जाता है। यहाँ के उत्तरी मध्यवर्ती भाग की औसत वार्षिक वर्षा लगभग ५०� � है और दक्षिण-पूर्वी समुद्रतट पर ४०� � हो जाती है। दक्षिणी भाग की लगभग ७ प्रतिशत तथा उत्तर-पश्चिमी भाग की लगभग २३ प्रतिशत वर्षा हिम के रूप में होती है।
यहाँ कृषियुक्त भूमि पर अनेक प्रकार के खाद्यान्न, शाक सब्जी, फल फूल उगाए जाते तथा बागवानी की जाती है। यहाँ का वनोद्योग तथा पशुपालन भी मुख्य है। यहाँ १९६१ ई. में १५,२०० कृषक थे जिनमें से प्रत्येक के पास ९५ एकड़ भूमिवाले औसत फार्म थे, जो संपूर्ण कृषि भूमि का १.४४ मिलियन एकड़ थी। यहाँ की मुख्य उपज गेहूँ, मक्का, आलू, चुकंदर तथा सेब हैं।
यहाँ पर लोहा, कांच बनाने की बालू तथा खनिज पत्थर बड़ी मात्रा में पाया जाता है। यहाँ के मुख्य व्यवसायों में अलौह खनिजों का शोधन तथा गलाना, तैल शोधन, रसायनक, मोटर एवं जलपोतों का निर्माण मुख्य हैं। यहाँ पर ५,०२५ मील लंबे रेलमार्गों और ३१,१२४ मील लंबी सड़कों के जाल फैले हुए हैं। ७५ वायुयान अड्डे आधुनिकतम आवागमन के साधन प्रदान करते हैं। इस राज्य में छह ऐसे नगर हैं जिनकी १९६१ ई. में जनसंख्या एक लाख से ऊपर थी। यहाँ पर प्रिंसटन, रुतजर्स (Rutgers) एवं डिकिंसन नामक विश्वविद्यालय तथा अनेक तकनीकी अध्ययन संस्थान हैं।(विजयराम सिंह)