नौसैनिक स्टाफ अधिकारियों का वह समूह है, जो नौसैनिक ध्वजपति (Flag Officer), अर्थात् नौसेना के विशेष भाग के सेनापति, के आदेशों की क्रियान्वित करने तथा प्रशासन में सहायता देने के लिए नियुक्त होता है। प्रारंभ में, जब पालदार जहाजों से नौसैनिक युद्ध लड़े जाते थे, काररवाइयाँ सरल होती थीं और एक या दो अधिकारियों से काम चल जाता था। १९वीं शताब्दी में औद्योगिक तथा प्राविधिक क्रांति होते ही नौसैनिक कमान की समस्याओं में वृद्धि हुई और उनकी जटिलता बढ़ गई, जिससे कर्मचारियों की संख्या बढ़ने लगी।
आधुनिक नौसैनिक अधिकारीवृंद दो वर्गों में विभाजित किए जा सकते हैं : प्रशासक वर्ग तथा कार्यवाहक वर्ग। कार्यवाहक वर्ग छोटा और सुचल होता है तथा युद्ध में कृतिक सेना (task forces) के कमांडरों के साथ चलता है और समाघात मिशनों (combat missions) के आयोजन तथा कार्यान्वयन में सहायता करता है। प्रशासक अधिकारी प्राय: तट पर, या बड़े बड़े सहायक पोतों पर, स्थित रहकर बेड़े के किसी विशेष प्रकार के जहाज के कार्यों का पर्यवेक्षण करते रहते हैं।
ब्रिटिश नौसेना की ऐडमिरैल्टी में नौसैनिक स्टाफ के प्रधान अधिकारी को प्रथम समुद्री लॉर्ड (First Sea Lord) कहते हैं। इसके अतिरिक्त ऐडमिरैल्टी में नौसैनिक उपप्रधान, उपप्रधान (वायु), जो पंचम समुद्री लार्ड भी होता है, तथा सहायक प्रधान भी होते हैं। ये सभी तथा द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ समुद्री लॉर्ड ऐडमिरैल्टी बोर्ड के सदस्य होते हैं। इन अधिकारियों के सहायतार्थ स्टाफ के विभिन्न विभागों, जैसे आसूचना (intelligence), आयोजना, संकेत, परिचालन, वाणिज्य, हवाई युद्ध (नौसैनिक), हवाई संगठन तथा प्रशिक्षण (नौसैनिक), वायुयाननाशक, पनडुब्बीनाशक, सुरंगयुद्ध तथा नौचालन आदि, के निदेशक तथा अधिकारी होते हैं।
नौसैनिक अफसर ऐडमिरैल्टी में लगभग दो वर्ष की अवधि तक काम करने के बद बेड़े में संम्मिलित हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त बहुत बड़ी संख्या में स्थायी असैनिक अधिककारी होते हैं, जो कार्यालय का प्रशासन तथा कानूनी, आर्थिक, तकनीकी तथा सचिवालय का कार्य करते हैं। नौसैनिक अधिकारियों के कार्यभार के बराबर बदलते रहने पर भी सभी कार्य क्रम से बराबर चलते रहते हैं। नौसैनिक संगठन की आधुनिकता को बनाए रखने पर भी पर्याप्त ध्यान दिया जाता है।
अमरीकी नौसेना के प्रमुख पद हैं : फ्लीट ऐडमिरैल, ऐडमिरैल, वाइस ऐडमिरैल, कमाँडोर, कप्तान, कमांडर, लेफ्टिनेंट कमांडर, लेफ्टिनेंट, लेफ्टिनेंट (जूनियर ग्रेड), ध्वजाधिकारी (Ensign), कमीशन प्राप्त वारंट अधिकारी तथा मिडशिपमैन (Midshipman)।
भारतीय नौ सेना के सात बड़े पद अवरोही क्रमानुसार इस प्रकार हैं : ऐडमिरैल, वाइस ऐडमिरैल, रिअर ऐडमिरैल, कमॉडोर, कप्तान, कमांडर, लेफ्टिनेंट कमांडर, लेफ्टिनेंट, सबलेफ्टिनेंट, ब्रांचलिस्ट अधिकारी, मिडशिपमैन, चीफ पेटी अफसर (Chief Petty Officer), पेटी अफसर, लीडिंग रट, एब्ल रेट (Able Rate) तथा सामान्य रेट।(माधवाचार्य)