नोरस प्राचीन क्रीट की राजधानी और ईजियाई, मिनोई अथवा मिकीनी सभ्यता का आदि केंद्र। जर्मन पुराविद् श्लीमान ने जिस ईजियाई सभ्यता की खोज के लिए प्राचीन त्राय नगर की खुदाई की उसका आरंभ इसी नोसस नगर से हुआ था और श्लीमान के प्रयत्न के शीघ्र ही बाद १९०० ई. में सर आर्थर ईवांस ने नोरस की खुदाई आरंभ की। उस खुदाई से प्राप्त नगर के भग्नावशेष द्वीप की वर्तमान राजधानी कैंडिया से प्राय: चार मील दक्षिण-पूर्व की दूरी पर स्थानीय पुरातत्व विभाग द्वारा सुरक्षित हैं। भग्नावशेषों में विशिष्ट ग्रीक पौराणिक कथाओं में विख्यात राजा मिनोस का महल और भूलभूलैया (लेबरिंथ) हैं। राजमहल पुराविदों ने प्राचीन रूप में ही प्राय: पुनर्निर्मित कर दिया है। मिनोस के उस राजप्रासाद की दीवारों पर पुरुषों, नारियों, आपानकों को ले जाते हुए पेय-पात्रधरों के भव्य चित्र आलिखित थे। इनसे तत्कालीन नरनारियों के रूप तथा परिधान पर प्रकाश पड़ता है। प्रासाद सिंहासन कक्ष, वस्यगृहों, भांडागारों आदि से संयुक्त था और उसके इधर उधर राजा के प्रसादलब्ध श्रीमानों तथा अभिजातों के भवन बने थे।(भगवतशरण उपाध्याय)