नोवोसिबिर्स्क (Novosibirsk) १. प्रदेश यह दक्षिण-पश्चिमी साइबोरिया का प्रदेश है, जिसकी जनसंख्या २२,५०,००० (१९५४ अनुमानित) थी। प्रदेश के रूप में यह उत्तर में टॉमस्क ओब्लास्ट (क्षेत्र), पश्चिम में ऑम्स्क ओब्लास्ट तथा पैवलोडार ओब्लास्ट दक्षिण में ऐल्ताई तथा पूर्व में केमेरोवो द्वारा घिरा हुआ है। यह क्षेत्र अंशत: जंगली स्टेप्स है। यहाँ बहुत कम नदियाँ तथा कई छोटी छोटी झीलें हैं। अपर्याप्त वर्षा के कारण यह क्षेत्र पहले प्राय: निर्जन था। इस शताब्दी के प्रारंभ से यहाँ की आबादी में विकास हुआ है। यहाँ की जनसंख्या प्रधानत: रूसी है। कृषि, लकड़ी काटना तथा शिकार करना यहाँ के निवासियों का मुख्य व्यवसाय है। इस प्रदेश की मुख्य कृषि उपज राई, जई, पटुआ एवं गेहूँ हैं। मक्खन, चमड़ा, फर्नीचर, दियासलाई, सीमेंट, इमारती लकड़ी और समूर से संबंधित उद्योग हैं।

२. नगर, स्थिति : ५५ उ. अ. तथा ८३ पू. दे.। उपर्युक्त प्रदेश की राजधानी है। इसका नाम पहले नोवोनिकोलाइवस्क (Novonikolaevsk) था। यह संपूर्ण साइबेरिया में अपनी महत्वपूर्ण सामरिक स्थिति के कारण प्रसिद्ध है। नोवोसिबिर्स्क ऑब नदी के किनारे समुद्रतल से ३१० की ऊँचाई पर ट्रांस साइबेरियन और तुर्किस्तान-साईबेरियन-रेलमार्ग के मिलनस्थल पर, स्थित है और प्रदेश का सबसे बड़ा नगर तथा सबसे अधिक यंत्रों तथा औजारों का निर्माणकेंद्र है। इसके समीप ही कोयले तथा लोहे की खानें हैं। यहाँ विभिन्न प्रकार के यंत्र एवं औजार, वायुयान, मोटर गाड़ी, जूते, लकड़ी की वस्तुओं एवं वस्त्रों एवं वस्त्रों का निर्माण होता है। कृषियंत्रों के निर्माण में इसने विशेषता प्राप्त कर ली है। एशियाई रूस में केंद्रीय स्थिति के कारण इसकी उन्नति बहुत ही तीव्र गति से हुई है। इसकी औद्योगिक उन्नति के कारण, इसे साइबेरिया का 'शिकागो' कहते हैं। द्वितीय विश्वयुद्ध में यहाँ से बहुत से कारखाने यूरोपीय रूस के पश्चिमी भाग में स्थानांतरित कर दिए गए। इस नगर में बहुत सी शिक्षासंस्थाएँ हैं तथा सोवियत रूस संघ की 'एकादमी ऑव साइंस' की शाखा है। इसकी जनसंख्या ९,८५,००० (१९६२) थी।(राजेंद्रप्रसाद सिंह)