नीदरलैंड्स ऐंटिलिज़ (Netherlands Antilles) स्थिति : १२� से १२� ३५� उ. अ. तथा ६८� से ७०� ५� प. दे.। यह ब्राज़िल के उत्तर में स्थित छोटे छोटे द्वीपों से मिल कर बना द्वीप समूह है। यह पहले नीदरलैड्स पश्चिमी द्वीपसमूह तथा कूरासाओ के नामों से प्रसिद्ध था। इस भूभाग का निर्माण कैरिबीएन सागर के दो द्वीपों के मिलने से हुआ है। इसमें निम्नांकित छह प्रमुख द्वीप हैं : १. कूरासाओ (१७८ वर्ग मील), २. अरूबा (७१ वर्ग मील), ३. बोनेर (११२ वर्ग मील), ४. सेंट मार्टन का दक्षिणी भाग (१६ वर्ग मील), ५. सेंट स्टासियस (१२ वर्ग मील) एवं ६. सावा (५ वर्ग मील)। इसका संपूर्ण क्षेत्रफल एक अन्य द्वीप सुरिनैम को सम्मिलित करके ३९४ वर्ग मील होता है। इसकी संपूर्ण जनसंख्या ३१ दिसंबर, १९६२ की जनगणना के अनुसार १,९९,६०७ थी। कूरासाओ द्वीप में स्थित सेंट क्रिस्टाफेल पर्वत १,२२० फुट ऊँचा है। सेंट मार्टन द्वीप में सर्वोच्च शिखर १०,२६६ फुट है। सेंट स्टाटियस द्वीप की धरातलीय बनावट में ज्वालामुखी पर्वतों का प्रमुख हाथ रहा है। सावा द्वीप स्वयं ज्वालामुखी शंकु पर स्थित है। इसकी राजधानी ज्वालामुखी की तलहटी में स्थित है।
वर्ष भर यहाँ का ताप लगभग, समान रहता है। जाड़े तथा गर्मी के दिनों का औसत ताप २५� सें. से २८� सें. तक रहता है। जलवृष्टि २२� � के आस पास होती है। प्राकृतिक साधन प्राय: शुष्क जलवायु द्वारा प्रभावित होता है। यहाँ के आयात निर्यात मैं खनिज तेल का एकाधिकार है, क्योंकि राज्य के आयात निर्यात मूल्य का ८५% इसी से संबंधित रहता है। इस क्षेत्र में केवल तेल शोधक कारखानों की ही स्थापना की गई है तथा खनिज तेल के अभाव के कारण कच्चा तेल बेनिज़्वीला से मँगाया जाता है। तेल शोधन हो जाने पर समस्त तेल पुन: निर्यात कर दिया जाता है। सर्वप्रथम तेल का शोधन विलेमस्टाट (Willemstad) में प्रारंभ किया गया था। फॉस्फेट यहाँ की प्रधान खनिज सपत्ति है जिसका निर्यात सन् १८६२ में १,३१,५५२ टन हुआ था।
उपजाऊ जमीन की न्यूनता के कारण यहाँ कृषि का धंधा गौण है। यहाँ के पशुधन में दुधारू चौपाए, सुअर, बकरियाँ तथा भेड़े हैं१ सन् १९६२ में नौ औद्योगिक शिक्षा संस्थान, चार माध्यमिक पाठशालाएँ थीं। अभी यहाँ रेलमार्ग की उन्नति नहीं हो पाई है। विलेमस्टाट, यहाँ की राजधानी है जिसकी जनसंख्या ३,३१०,०० (१९५०) में थी।(बसंतसिंह )