निमाड़ पहले मध्य प्रांत का एक जिला था। किंतु मध्य प्रदेश बनने के बाद यह पूर्वी निमाड़ एवं पश्चिमी निमाड़ दो जिलों में बाँट दिया गया है।

  1. पूर्वी निमाड़ (खंडवा), इसका क्षेत्रफल ४,१३२ वर्ग मील तथा जनसंख्या ६,८५,१५० (१९६१) थी। इसके उत्तर में देवास, उत्तर-पूर्व में होशंगाबाद, पूर्व में बैतूल एवं अमरावती, दक्षिण में बुलडाना एवं जलगाँव तथा पश्चिम निमाड़ जिले स्थित हैं।
  2. पश्चिमी निमाड़ (खरगाँव), इसका क्षेत्रफल ५,२०६ वर्ग मील तथा जनसंख्या ९,९०,४६४ (१९६१) थी। इसके उत्तर में झाबुआ, धार तथा इंदौर, पूर्व में देवास तथा पूर्वी निमाड़, दक्षिण में जलगाँव जिले तथा दक्षिण-पश्चिम में धुलिया जिले स्थित हैं।

पूर्वी निमाड़ के उत्तरी भाग में नर्मदा तथा दक्षिणी भाग में ताप्ती नदियाँ बहती हैं। पश्चिमी निमाड़ की प्रमुख नदी नर्मदा है। इन जिलों में सातपुड़ा की श्रेणियों का क्रम मिलता है। इन जिलों का जलवायु स्वास्थ्यप्रद है। ग्रीष्म ऋतु में गरमी कुछ अधिक पड़ती है, वर्षा ऋतु में हल्की वर्षा तथा ठंडी हवाएँ मौसम को और सुंदर बना देती हैं। यहाँ की वार्षिक वर्षा का औसत ३२ रहता है। पूर्वी निमाड़ के नर्मदा नदी के क्षेत्र में बिना सिंचाई के भी गेहूँ उत्पन्न कर लिया जाता है। इन दोनों जिलों की प्रमुख उपजें कपास तथा ज्वार हैं। अन्य फसलों में गेहूँ, चना, धान, तिल तथा दालें प्रमुख हैं। ये जिले खनिजों में विशेष धनी नहीं हैं। पूर्वी निमाड़ में बुरहानपुर, खंडवा, नेपानगर तथा पश्चिमी निमाड़ में महेश्वर, बडवाह, बड़वानी, राजपुर, कासरवाड, खारगोन प्रमुख नगर हैं।