निकोलस, सर विलियम (१८७२-१९४९) अंग्रेज चित्रकार और संगतराश। सन् १८७२ में न्यूयार्क ऑन ट्रेंट में उत्पन्न हुआ। प्रारंभ में अपने कुछ दृष्टांतचित्रों और महारानी विक्टोरिया के छविचित्र के कारण उसे काफी ख्याति मिली जो लकड़ी पर बड़े सुंदर ढंग से चित्रांकित किए गए थे। मखमल पर उसने एक खरगोश की आकृति बनाई थी जो बहुत लोकप्रिय हुई। तत्पश्चात् पोस्टरों, उत्तम पुस्तकों और अन्य स्फुट दृष्टांतचित्रों की पूरी सीरीज के कारण वह बड़ा प्रसिद्ध हो गया। जेम्स प्राइड नामक अपने एक सहयोगी कलाकार से भी उसे बड़ी प्रेरणा और सहायता मिली।
छविचित्र, दृश्यचित्र और मूल चित्रण का वह अद्भुत चितेरा था। उसके कार्य करने की अपनी एक पद्धति थी जिसमें एक विचित्र गांभीर्य और गरिमा द्रष्टव्य है। उसके दो तैलचित्र 'दि ब्लैक पैसी' और 'दि लैंडलार्ड' मैंचेस्टर की आर्ट गैलरी में अभी सुरक्षित हैं। नवीफटे दस्तानों में लड़की,' मछली, मेरी टेम्पेस्ट, अर्सुला लिटंस' और 'मास्टर ऑव जीसस' के छविचित्र बड़े ही मशहूर हुए। आक्सफोर्ड भवन में उसने चित्रों का निर्माण किया और पशुओं की सजीव आकृतियों पर विशेष रूप से एक पुस्तक चित्रांकित की। उसे 'नाइट' की उपाधि से भी सम्मानित किया गया। १६ मई, १९४९ को न्यूवरी, वर्कशायर (इंग्लैंड) में उसकी मृत्य हुई।(शचीरानी गूर्टू)
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