निकारागुआ (Nicaragua) स्थिति : १० १५ उ.अ. तथा ८३ ८७ प.दे.। यह मध्य अमरीका के जनतंत्रों में से एक जनतंत्र है। इसका झीलों सहित संपूर्ण अनुमानित क्षेत्रफल ५७,१४३ वर्ग मील है। इस राज्य के उत्तर में हॉन्डुरैस (Honduras), पूर्व में कैरिबीएन सागर, दक्षिण में कॉस्टारीका तथा प्रशांत महासागर स्थित हैं। कैरिबीएन तथा प्रशांत महासागरों की तटरेखाओं की लंबाई क्रमश: ३३६ तथा २१९ मील है। यहाँ की राजधानी मानागुआ है यहाँ की जनसंख्या २,३५,६०० (१९६१) थी।

त्रिभुजाकार संपूर्ण राज्य तीन प्राकृतिक भागों में विभक्त है। पहला भाग हॉन्डुरैस के उच्च प्रदेश का विस्तार है, जो सबसे बड़ा है। यह संपूर्ण प्रदेश पृथ्वी के वलन एवं भ्रंशन क्रिया से निर्मित है। इसका पश्चिमी भाग ज्वालामुखी पर्वत के उद्गारों से परिपूर्ण है। इसकी ऊँचाई ५,००० फुट तथा ७,००० फुट के मध्य है। पूर्व की ओर ढाल साधारण है।

द्वितीय भाग मसकीटिया (Mosquitia) नाम से प्रसिद्ध है, जो अपेक्षाकृत नीचा, चौड़ा तथा तटीय प्रदेश है। निकारागुआ का तटीय प्रदेश ऐटलैंटिक सागर की तरफ अधिक चौड़ा है। कैरिबीऐन सागर की गर्म तथा भापभरी हवाओं द्वारा तटीय प्रदेश में अत्यधिक वर्षा तथा २०-३० मील दूर स्थित पृष्ठ भागों में वर्षा हल्की हो जाती है। कुछ स्थानों पर वर्षा की मात्रा २०० तक पहुँच जाती है। पठारी प्रदेश की जलवायु नम तथा मिट्टी उपजाऊ है।

तृतीय विभाग यद्यपि क्षेत्रफल में सबसे न्यून है तथापि जनसंख्या की दृष्टि से यह प्रमुख है। इस निचले विभाग का संपूर्ण विस्तार उत्तरपश्चिम में फौन्सेका की खाड़ी (Gulf of Fonseca) तथा दक्षिणपूर्व में कॉस्टारीका के मध्य में है। यहाँ की प्रकृतिक बनावट् में मानागुआ तथा निकारागुआ नामक झीलों तथा सांङ ह्वान (San Juan) नदी की घाटी का नाम विशेष उल्लेखनीय है। निकारागुआ झील समुद्रतल से १०६ फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह १०० मील लंबी, ४५ मील चौड़ी है। मानागुआ झील समुद्र तल से १२७ फुट की ऊँचाई पर है। इसकी लंबाई ३५ मील एवं चौड़ाई १६ मील है। उपर्युक्त झीलें टीपीटापा नामक नदी द्वारा मिली हुई हैं। निकारागुआ झील में तीन ज्वालामुखी शंकु (Cones) अब भी प्राप्त हैं। यहाँ की कोई प्रसिद्ध नदी प्रशांत महासागर में नहीं गिरती। प्रधान जलविभाजक के पूर्व में बहनेवाली नदियों में सेगीवोविया है। यहाँ की किसी भी नदी में यातायात सुलभ नहीं है।

यहाँ की प्राकृतिक वनस्पति भूमध्यरेखीय तथा अर्ध भूमध्यरेखीय है। कैरीबीऐन तट पर जहाँ अधिक वर्षा होती है वहाँ घने जंगल तथा कुछ ही मील दूर उत्तरी उष्ण प्रदेश में पतझड़वाले वन एवं उच्च स्थानों में ओक तथा पाइन वृक्ष के वन पाए जाते हैं। उपर्युक्त दो झीलों के उत्तर-पूर्वी सीमा प्रदेशों में सूखे झाड़ीदार बन हैं। यहाँ पर ७० प्रकार के फलदार वृक्ष उगते हैं, जिनमें ५५ या ६० प्रकार के फल खेतों में उगाए जाते हैं।

जीव-जंतुओं में जुगौर, हरिण, बंदर, तोते और मधुमक्खियाँ आदि प्रमुख हैं। प्रसिद्ध व्यापारिक लकड़ महोगनी, गुलाब लकड़ी, महोगनी, गुलाब, लकड़ी, एबोनी, गोंद तथा रंग तैयार करने की लकड़ियाँ यहाँ पाई जाती हैं।

कैरिबीऐन सागरतट की तरफ सोने की दो खानें तथा प्रशांत तटीय भागों में कई खानें हैं। खनन कार्य की सबसे बड़ी कठिनाई राज्य का दुर्गम यातायात है। यहाँ का अधिकांश व्यापार संयुक्त राज्य, अमरीका तथा कैनाडा की कंपनियों के हाथ में है। इसके अतिरिक्त ताँबा सीस, लोहा, पारा, नमक, चूना, सल्फेट, टिन आदि की भी बहुलता है। यहाँ की जनसंख्या १५,४०,६५५ (१९६३) थी। संपूर्ण जनसंख्या का करीब ७० प्रतिशत कृषिकर्य में व्यस्त है। यहाँ की प्रमुख फसल कहवा है, जिसके उत्पादन तथा व्यापार पर द्वितीय महायुद्ध का बहुत बड़ा कुप्रभाव रहा। पश्चिमी भाग में २,००० से ३,००० फुट की ऊँचाई तक कहने का उत्पादन अधिक होता है। द्वितीय प्रमुख फसल केला है तथा अन्यान्य फसलें गन्ना, कपास, नारियल, मक्का, तिल आदि है। संयुक्त राज्य, अमरीका की आर्थिक तथा तकनीकी सहायता यहाँ की कृषि उन्नति के लिए उपलब्ध है।

कुटीर उद्योगों में पारिवारिक उपयोग की वस्तुओं का निर्माण किया जाता है। अन्य अपेक्षाकृत बड़े तथा आधुनिक उद्योगों में सीमेंट, सिगरेट, दियासलाई, शराब, साबुन, चमड़ा, सूती वस्त्र, रेशमी वस्त्र व्यवसाय हैं।

समुद्री यातायात हमेशा न्यू ऑर्लिएंज़ तथा निकारागुआ के मध्य हवाना, क्यूबा तथा क्रीस्टाबोल नहर क्षेत्रों से होकर होता है। पश्चिमी तट पर व्यापार कम होता है। 'पान अमरीकन वर्ल्ड एयरवेज' मध्य अमरीकी शहरों तथा संयुक्त राज्य, अमरीका के नगरों, जैसे बाँसविले, टेक्सैस ऐंजेलेस, आदि से इसे मिलाता है। फेरोकरिल डेल पासिफिको डी निकारागुआ (Ferrocarril del Pacifico de Nicaragua) राष्ट्रीय रेलामार्गों में सबसे बड़ा है।

६ नवंबर, सन् १९५० को इस राज्य ने अपना नवीन संविधान कार्यान्वित किया। (ब.सिं.)

निवासी, भाषा तथा धर्म - यहाँ मिस्किटो अथवा मसकीटिया तट पर नीग्रो बस्तियाँ अधिक हैं। रेड इंडियन प्राय: सब में मिश्रित हो गए हैं, फिर भी मसकीटिया तट पर रहनेवाले रेड इंडियन कुछ अलग दिखाई देते हैं। नाटागाल्पा जाति (जो अनेक रेड इंडियन जातियों के मिश्रण की उपज है) झील क्षेत्र के ईद गिर्द रहती है।

स्पेनी भाषा देश की मुख्य भाषा है। भारतीय बोलियाँ भी कहीं कहीं प्रचलित हैं। मसकीटिया तट पर अंग्रेजी का प्रयोग मिलता है।

रोमन कैथोलिक धर्माविलंबयों का संख्या सर्वाधिक है। इसके बाद प्रोटेस्टैंटों का नंबर आता है।

इतिहास - सन् १५२२ ई. में एक निकाराओ नामक सरदार इस क्षेत्र पर शासन करता था। उसी के नाम पर देश का नाम निकारागुआ पड़ा। लगभग ३०० वर्ष तक यह ग्वाटेमाला द्वारा शासित रहा। सन् १८२१ ई. में निकारागुआ की स्वतंत्रता का उदय अन्य मध्य अमरीकी प्रदेशों के साथ ही हुआ, और वह यूनाइटेड प्राविन्सेज ऑव सेंट्रल अमरीका में संमिलित हो गया। सन् १८३८ में निकारा गुआ ने मध्य अमरीकी प्रदेशों से संबंध तोड़ लिया और नया संविधान अपनाया। इस समय शासन उदारदल के हाथ में था।

सन् १८५७ से वाकर के अपदस्थ कर दिए जाने और बाद में उसकी हत्या हो जाने पर राष्ट्रपति तोमास मार्टिनेजने १८६७ ई. तक शासन किया। तत्पश्चत् अनुदार (कंजरवेंटिव) दल १८९३ तक सत्तारूढ़ रहा। इस काल में काफी का उत्पादन बड़ी मात्रा में बढ़ा और सोने की खानों में भी काम आरंभ किया गया। १८९० में पूर्वी तट भी निकारागुआ में मिला लिया गया।

कुछ वर्षों तक पुन: उदारदल के हाथ में सत्ता रहने के बाद अनुदार दल का नेता एडाल्फो दियाज (Adalfo Diaz) १९१३ ई. में राष्ट्रपति निर्वाचित हुआ। १९३४ से १९५६ ई. तक की राजनीतिक स्थिति स्थिर नहीं रही।

लुई और अनस्तासियो ने १९५६ ई. के पश्चात् सत्ता पर अधिकार किया। इन दोनों भाइयों ने होंडुरैस और कोस्टारिका में होनेवाले सभी विद्रोहों को पूरी शक्ति से कुचल दिया। ३ फरवरी १९६३ ई. को रेने शिक गुटीरेज (Rene shick Gutierreg) का राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन् हुआ।

अर्थनीति - नेशनल डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट नामक संस्था की स्थापना १९५३ में हुई। प्राकृतिक साधनों का खोज, आयात घटाने के लिए वस्तुओं के अधिक उत्पादन में उनका उपयोग और पूर्व स्थापित उद्योगों को समुन्नत बनाने का प्रयत्न आदि इस संस्था के कार्य हैं। शिक्षा, नगर नियोजन, यातायात, नागरिक उड्डयन संचार, आदि में तकनीकी पद्धतियाँ अपनाई जा रही हैं। १९५०-६० के मध्य अमरीका (संयुक्त राज्य) से भी ८६ लाख डालन का ऋण प्राप्त हुआ है। निकारागुआ विदेशों से चावल, मक्का आदि आयात करता है।

७०% से अधिक निवासी कृषक हैं। कृषि की उपज ही देश की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा सहारा हैं। १९५० ई. में लगभग ४०% राष्ट्रीय आय इसी से प्राप्त होती थी। उपज और निर्यात दोनों में निकारागुआ अन्य मध्य अमरीकी देशों से आगे है।(बसंतसिंह )