नागोया (Nagoya) स्थिति : 35� 10� उ.अ. तथा 136� 50� पू.दे.। यह जापान में, मध्य हॉन्शू द्वीप के आइची विभाग (Aichiperfecture) में टोकियो से २३५ मील, तथा क्योटो से ९४ मील की दूरी पर ग्रेट ट्रंक रेलमार्ग पर स्थित नगर है। जापान के नगरों का प्रमुख केंद्र है। पिछले कुछ वर्षों में इसका सापेक्षिक महत्व कुछ घट गया है, क्योंकि सन् १९४० तक यह टोकियो और ओसाका के बाद तीसरा औद्योगिक नगर था।
यह योक्काइची (Yokkaichi) बंदरगाह से ३० मील दूर इसेनूमी (Isenumi) की उथली खाड़ी पर स्थित है तथा रेल एवं स्टीमर सेवा द्वारा इस बंदरगाह से मिला हुआ है। हॉन्शू के अन्य भागों से मिला होने के कारण यह गमनागमन का केंद्र है।
सर्वप्रथम जापान में मिट्टी के चमकीले बरतन (glazed pottery) १३वीं शताब्दी में यहाँ से मील की दूरी पर सेतो (Seto) नामक स्थान पर बनाए गए थे। यहाँ हल्की तथा भारी मशीनें, मोटर, वायुयान, वस्त्र, घड़ी, यंत्र, सीमेंट, रेलमार्गों पर चलनेवाली कारें, चीनी मिट्टी के सुंदर बरतन और खिलौने, प्लाइवुड, रासायनिक एवं रँगाई के सयंत्र, साइकिलें तथा ऐल्कोहल में मिलाई हुई वार्निश बनाई जाती है। यहाँ जापान के ८० प्रतिशत ऊनी वस्त्र तथा मिट्टी के बरतनों का निर्माण होता है। यहाँ से करघे, सूती एवं ऊनी वस्त्र तथा मिट्टी के बरतन निर्यात किए जाते हैं।
द्वितीय शताब्दी की एत्सूता जिंगू (Atsuta jingu), शिंतो समाधि, हिगाशी, हांगवांजी नाकम बौद्ध मंदिर, व्यापारिक संग्रहालय एवं किला दर्शनीय हैं। सन् १६१० में निर्मित नागोया का किला आधुनिक समय में सेना का केंद्र है। इसका आंतरिक भाग भव्य एवं कलात्मक सजावट से युक्त है।
यहाँ अनेक विश्वविद्यालय तथा अन्य शिक्षणसंस्थाएँ हैं। इस नगर का औसत ताप १४रू सें. तथा औसत वर्षा ६७फ़ फ़ है। सन् १९४५ में द्वितीय विश्वयुद्ध के अंतिम महीनों में नागोया संयुक्त राज्य, अमरीका के वायुयानों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था।
(राजेंद्रप्रसाद सिंह)