नांतुई, रोबेर (१६२३-१६७८) फ्रांस का रेखांकन नकाशिया। यह रीम्स के एक धनी व्यापारी का पुत्र था, किंतु कला की ओर स्वाभाविक अभिरुचि होने के कारण बचपन से ही उसने एक संबंधी के तत्वावधान में जड़ाव और पक्चीकारी का प्रशिक्षण प्राप्त किया। रोगनदार खड़िया पर छविचित्र बनाने के कारण वह विशेष रूप से प्रसिद्ध हुआ। लुई १४वें ने उसे प्रशासकीय संरक्षण में डिजाइनर और इनग्रेवर के पद पर नियुक्त कर लिया जिससे बाद में उसे पेंशन भी दी गई। उसके द्वारा निर्मित ३०० प्लेटें मिली हैं जो अधिकतर आदमकद हैं। प्रारंभ में अनेक प्रभावों का आत्मसात् कर उसकी कलाकृतियाँ सीधी, सपाट और कुछ कम व्याजकता लिए होती थीं, किंतु ज्यों-ज्यों उसकी मौलिकता क्रमश: ठोस और उभार पर आती गई उसके पोट्रेंट-चित्रों की आकृतियों की भंगिमाओं में भी अनुपातत: परिपक्वता और सधापन आता गया। उसके कुछ पोट्रेंट के किनारों पर सुसज्जा भी है। उसकी मृत्यु पेरिस में हुई।(शचीरानी गूर्टू)