नाँडि (Nandi) केनिया, युगांडा तथा टांगानाइका में पशुचारी तथा खेतिहर नीलोहामी परिवार के हामियों से संबंधित पूर्वीं अफ्रीका की एक प्रधान आदिवासी खेतिहर जाति जो हामी, बांटुई और नीली मूल की जातियों के संयोग से बनी है। नाइलोटिक भाषाभाषी लोगों में मसाई, तेसो आदि के बाद इसका स्थान है। यह जाति एल्गोन पर्वत की आदिवासी जातियों से संबंधित है। मसाई मूल के 'आरकोयात' इसके प्रधान सरदार होते हैं। ये कई फिरकों में विभाजित हैं और सभी के अजग-अलग गणचिह्न हैं। इनका न कोई नगर है, न कस्बा। झुंडों में रहते हुए ये नाँडि पठार के ईद गिर्द समुद्रतट तक फैले हैं और कृषि, शिकार आदि इनके मुख्य व्यापार हैं। इनके प्रधान देवता इत्तिस हैं। इनकी भाषा नीलीमूल की है।