नरसिंहपुर

  1. जिला, स्थिति : 22� 37� 23� 15� उ.अ. तथा 78� 27� से 79� 38� पू.दे.। यह भारत के मध्यप्रदेश राज्य का जिला है। इसका क्षेत्रफल १,९७९ वर्ग मील है। इसके उत्तर में रायसेन, सागर, दमोह, उत्तर-पूर्व में जबलपुर, दक्षिण-पूर्व में सिवनी, दक्षिण में छिंदवाड़ा एव पश्चिम में होशंगाबाद जिले हैं। यहाँ कृषि में कोदो, ज्वार, कपास, तिल, अरहर, धान, उड़द, मूँग पैदा किए जाते हैं। हाथ-करघा एवं रँगाई का काम, पीतल का काम, काच की चूड़ियाँ बनाने आदि का काम यहाँ किया जाता है। यहाँ का जलवायु स्वस्थ्यप्रद एवं जाड़ों में विशेष आंनददायक रहता है। वार्षिक वर्षा का औसत ५१फ़ रहता है। यहाँ की मिट्टी का रंग काला है।
  2. नगर, स्थिति : 22� 57� उ.अ. तथा 79� 13� पू.दे.। इसी नाम के जिले में नर्मदा की उर्वरा घाटी के मध्य होशंगाबाद से ९५ मील पूर्व स्थित यह प्रसिद्ध नगर है। यहाँ गेहूँ, बाजरा, मक्का, कपास, तिलहन की मंडी तथा लकड़ी चीरने के कारखाने हैं। पहले इसका नाम छोटा गाडरवाडा था। १०० वर्ष पहले यहाँ पर नरसिंह जी का मंदिर बना जिससे इसका नाम नरसिंहपुर पड़ गया। यह सिंगरी नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। इस नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित मकान कंडेली नगर के अंतर्गत आते थे। किंतु अब ये दोनों नगर एक नगरपालिका के अंतर्गत आते हैं। इसके समीप संगमरमर की खानें हैं।
  3. गाँव, इसी नाम का एक गाँव पूर्वी उड़ीसा में कटक से ५० मील पूर्व में स्थित है, जो चावल, तिलहन और बाँस के व्यापार के लिए प्रसिद्ध है। (कृ.मो.गु.)