धृष्टद्युम्न द्रुपद के पुत्र और द्रौपदी के भाई जो पांडवों की सेना के अध्यक्ष थे। महाभारत में इन्होंने अन्यायपूर्वक द्रोण की हत्या की क्योंकि द्रोण ने इनके पिता का सिर काट लिया था। इन्हें सोते समय द्रोणपुत्र अश्वत्थामा ने अपने पैरों से कुचलकर मार डाला था। इनके पुत्र का नाम धृष्टकेतु था।(रामाज्ञा द्विवेदी)