धृतराष्ट्र १. कौरवों के पिता जिनकी माता अंबिका काशिराज की पुत्री थीं। ये जन्मांध थे और इनका ब्याह गांधारी से हुआ जिससे इन्हें एक सौ पुत्र हुए। ये और इनके भाई पांडु ने एक एक करके गद्दी छोड़ दी तो दोनों के पुत्रों में राज्य के लिए युद्ध छिड़ा जिसे महाभारत कहते हैं। कुरु इनके पूर्व पुरुष थे जिनस धृतराष्ट्र के पुत्रों को कौरव कहा जाता है। अंधे और रोगी होने के ही नाते दोनों भाइयों ने राजपाट बच्चों को देना चाहा था। जंगल में आग लग जाने से धृतराष्ट्र एव गांधारी दोनों की मृत्य एक साथ ही हो गई। पति के अंधे होने के नाते ही गांधारी चौबीसों घंटे अपनी आँखों में पट्टी बाँधे रहती थी।

२. पुराणों में वर्णित इसी नाम का एक बहुत बली एवं बड़ा भारी साँप था जिसके कई सिर थे।(रामाज्ञा द्विवेदी)