दु:शासन धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों में से सबसे क्रूर जो दुर्योधन का मंत्री था। दुर्योधन के साथ जुआ खेलने पर जब पांडव द्रौपदी को हार गए तो इसीने उसके बालों को पकड़ कर घसीटा था। इसपर भीम ने प्रतिज्ञा की थी कि दु:शासन को मारकर मैं उसका लोहू पियूँगा और तभी द्रौपदी का जूड़ा बाँधा जाएगा। महाभारत के १६वें दिन भीम की यह प्रतिज्ञा पूरी हुई थी।(रामाज्ञा द्विवेदी)