तोजो हिदेकी, जापान का एक सैनिक अधिकारी और राजनीतिक नेता था। इसका जन्म सन् १८८४ ईo में हुआ था। इंपीरियल मिलिटरी अकादमी में शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् इसकी नियुक्ति उप-लफ्टेनेंट के पद पर हुई। सन् १८१९ में यह सहकारी सैनिक राजदूत बनकर बर्लिन गया। वहाँ से लौटने पर युद्धकार्यालय में इसने विभिन्न पदों का कार्यभार सँभाला। १९३७ में यह सशस्त्र पुलिस का कमांडर बनाया गया। इसी समय इसने मंचूरिया में क्वांतुंग सेना के कर्मचारियों के प्रधान का कार्यभार भी सँभाला। १९४० में इसे युद्धमंत्री और एक वर्ष बाद प्रधान मंत्री बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

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तीर्थ और तीर्थयात्रा (मुस्लिम) (देखें पृष्ठ ३९०-३९१)

मक्काशरीफ की मस्जिद तथा काबा

मुस्लिम तीर्थयात्री अरफा पहाड़ की ओर

७ दिसंबर, १९४१ को पर्ल हार्बर पर जापानी आक्रमण के पश्चात् तोजो ने आधिकारिक रूप से संयुक्त राज्य अमरीका के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी। प्रशांत महासागर के कई स्थानों पर जापानियों की हार हुई जिसके कारण तोजो ने अपने हाथ में अधिनायकीय अधिकार ले लिए और युद्धमंत्री तथा सैनिक कर्मचारी वर्ग के प्रमुख के कार्यों की देखभाल स्वयं करने लगा। मरियाना द्वीपपुंज पर अमरीका के सफल आक्रमण के परिणामस्वरूप जापानी सरकार इतनी निर्बल हो गई कि तोजो को कर्मचारीवर्ग के प्रमुख का पद त्याग देना पड़ा। १९४५ में जापान के औपचारिक आत्मसमर्पण के उपरांत तोजो ने आत्महत्या का प्रयास किया किंतु अस्पताल में उसकी जान बच गई। तदुपरांत उसे सैनिक अपराधी ठहराकर उस पर अभियोग चलाया गया और २३ दिसंबर, १९४८ को प्राणदंड दिया गया।