तूला (Tula) १. सोवियत सोशलिस्ट प्रजातंत्र संघ के सोलेंस्की मॉस्को, ओरेल एवं रीआज़ेन (Ryazan) प्रांतों के बीच स्थित १२, ३१७ वर्ग मील के क्षेत्र को तूला क्षेत्र कहते हैं। इस क्षेत्र में डॉन (Don) एवं उसकी सहायक उपा तथा सोस्ना की गहरी घाटियाँ हैं। इस पठारी क्षेत्र की सामान्य ऊँचाई ८५०' से लेकर १,०२०' तक है। क्षेत्र का ९ प्रतिशत भाग वनाच्छादित है, जिसमें उत्तर में कोणधारी वृक्ष तथा दक्षिण में आक, बर्च आदि के वृक्ष पाए जाते हैं। मिट्टी उत्तर में भूरी एवं दक्षिण में काली तथा उपजाऊ है। जलवायु की दृष्टि से यहाँ विषमता अधिक मिलती है। वर्ष के पाँच महीने बर्फ पड़ती है। जुलाई का ताप १९� सेंo तथा वार्षिक वर्षा १६'' से लेकर १८'' तक होती है। राई एवं जई की मुख्य उपज के साथ साथ कूटू (Buckwheat), आलू, गेहूँ, ज्वार, बाजरा, पटसन, चुकंदर आदि पैदा की जाती है। कोयला यहाँ का मुख्य खनिज पदार्थ है। जनसंख्या का ३५ प्रति शत भाग नगरों में निवास करता है।
२. नगर, स्थिति : ५४� १२' उo अo तथा ३७� ३७' पूo देo। यह उपर्युक्त क्षेत्र का प्रमुख नगर है, जो उपा की चौड़ी घाटी में स्थित है। वर्तमान तूला नगर का वर्णन ११४७ ईo से प्राप्त होता है, पर प्राचीन नगर के अवशेष अब भी उपा की सहायक तुलित्सा (Tulitsa) नदी पर स्थित हैं। यहाँ पहसे लकड़ी का एक किला बनाया गया था, जिसका स्थान १५१४-२१ ईo के बीच पत्थर निर्मित किले ने ले लिया। तूला ऐतिहासिक होते हुए औद्योगिक नगर भी है। रूस का बंदूक (Gun) बनाने का प्रथम कारखाना १५९५ ईo में यहीं पर स्थापित किया गया। शक्कर बनाना, धातु प्रद्रावण (smelting), छुरी कैंची बनाना तथा चर्मउद्योग यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। नगर की जनसंख्या ३,४२,००० (१९६२) थी। [कैलाशनाथ सिंह]