तिमिजीं पूरा अबू ईसा मुहम्मद नि ईसा बिन सवर: तिर्मिजी है, जन्म २०८ हि०। तिर्मिजी आमू नदी के किनारे बल्ख से छ: फर्संग की दूरी पर स्थित एक नगर है और इसी नगर से इनको संबद्ध कहा जाता है। सन् २७८ हि० (सन् ९०१) में इनकी मृत्यु हुई थी।

तिर्मिजी के जीवन का बहुत कम वृतांत ज्ञात है। कहते हैं कि यह अंधे थे। इन्होंने मुहम्मद रसूल अल्लाह के हदीसों का संग्रह करने में खुरासन, एराक तथा हेजाज में दूर दूर तक की यात्रा की। अल्बुखारी और अबू दाऊद जल् सिजिस्तानी इनके गुरु थे। हदीस की छ: प्रसिद्ध पुस्तकों में से एक के यह रचयिता हैं, जिसका नाम सहीद अल् तर्मिजि है। हदीसों का यह संग्रह मेरठ से सन् १२९३ हि० (सन् १८६६ ई०) में और काहिरा से सन् १२९२ हि० (सन् १८७५) में छप चुका है। यह पुस्तक मुसलमानों की धार्मिक पाठशालाओं में आज भी पाठ्यक्रम में सम्मिलित है। (अमजद अली)