डेविस, जेफरसन अमरीकन राजनेता, जन्म केंटुकी में, ३ जून, १८०८ को। १८२८ में शिक्षा समाप्त कर लेने के बाद उसने संयुक्त राज्य अमरीका की सेना में प्रवेश किया और उत्तर-पूर्वी सीमा के क्षेत्र में सात वर्ष तक सैनिक अधिकारी के रूप में काम करने के पश्चात् १८३५ में उसने पदत्याग कर दिया और वारन काउंटी, मिसूरी में रहकर कपास की खेती का धंधा शुरू कर दिया। शीघ्र ही वह वहाँ का संपन्न एवं प्रभावशाली नागरिक बन गया। इसमें उसे अपने एक बड़े भाई से विपुल सहायता मिली। उसी के कहने से डेविस ने राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश किया। सन् १८४७ से १८५१ तक वह सिनेट सभा का सदस्य रहा। वह इस मत का समर्थक था कि प्रत्येक राज्य को दासप्रथा कायम रहने देने या न रहने देने की स्वतंत्रता होनी चाहए। वह मानता था कि किसी भी राज्य को केंद्र से पृथक् होने का अधिकार प्रप्त है किंतु ऐसा प्रतीत होता है कि इस मामले में वह जल्दबाजी नहीं करना चाहता था। फिर भी जब दासप्रथा के विरोधियो की जीत हो गई ओर सिनेट के रिपब्लिकन सदस्यों नेकोई समझौता करने से इनकार कर दिया तथा जब राष्ट्रपति बुचानेन ने शांतिपूर्वक पृथक् हो जाने क किसी राज्य का अधिकार मानना अस्वीकार कर दिया, तब उसकी यह धारणा दृढ़ हो गई कि दक्षिण के राज्यों को आत्मरक्षा की दृष्टि से अलग हो जाने के अपने अधिकार क प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
निदान १८६१के मध्य में गृहयुद्ध आरंभ हो गया। डेविस ही पार्थक्य चाहनेवो राज्यों के संघ (कानफेडेरेसी) का अध्यक्ष चुना गया। उसने बड़ी तेजी से काम करना शुरू किया और कुल ७० लाख की आबादीवो इस राज्यसंघ के लिये दस लाख की गोरी सेना तैयार क ली। इसे दबाने के लिये २० लाख सैनिकों को चार वर्ष तक क्रियाशील रहना पड़ा। इधर राष्ट्रपति लिंकन द्वारा घेरे की शक्ति बराबर बढ़ाई जा रही थी। इसके सिवा नवनिर्मित राज्यसंघ को मान्यता देने के लिये कोई भी देश तैयार नहीं हो रहा था। ऐसी स्थिति में पराजय निश्चित प्रतीत होने लर्गी। सैनिकों को हथियार डाल देने पड़े और डेविस १० मई १८६७ को गिरफ्तार कर फोर्ट मनरो में कैद कर दिया गया । कुछ समय बाद वह जमानत पर छोड़ दिया गया। उसी मृत्यु न्यूआरलींस में ६ दिसंबर, १८८९ को हुई, जहाँ वह अपने कामकाज के सिलसिले में गया हुआ था।