डूरांगो स्थिति: २५� ०� उ० अ० तथा १०५� ०� प०दे०। उत्तरी मध्य मेक्सिको का एक राज्य है, जिसका क्षेत्रफल ४७,६७१ वर्ग मील, तथा जनसंख्या ६,२९,५०२ (१९५०) थी। यह शुष्क पठारी क्षेत्र है जहाँ वर्षा कम होती है तथा खेती सिंचाई पर निर्भर हैं। नाजास प्रधान नदी है, जिसमें बसंत ऋतु की वर्षा से बाढ़आती है। यह जलप्राप्ति का मुख्य साधन है, जिसके सहारे कपास, गेहूँ, मक्का, ईख, सब्जी तथा फल की खेती होती है। इस राळय में खनिज पदार्थ प्रचुर मात्रा में मिलते हैं तथा खनन यहाँ के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन है। सोना, चाँदी, गंधक, टिन, कोयला आदि खनिज मिलते हैं। लोहे का विशाल भांडार सेर्रा द मरकाडॉ (क्ड्ढद्धद्धदृ ड्डड्ढ ्थ्रड्ढद्धड़aड्डदृ) पहाड़ी में है। यातायात की कठिनाई के कारण खनिजों का समुचित विकास नहीं हो सका है। मेक्सिको नैशलन रेलवे इन राज्य से होकर जाती है।
२. नगर, स्थिति: २४� ३� उ० अ० तथा १०५� ०� प०दे०। यह राज्य की राजधानी और व्यापारिक तथा औद्योगिक केंद्र हैं, जहाँ घातु शुद्धीकरण, वस्त्र, शीशे, लोहे आदि के कारखाने हैं। डूरांगों की जनसंख्या ५७,४०७(१९५०) थी। [ जगदीश सिंह]
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