डॉन (Don) नदी, यूरोपीय रूस के टुला प्रांत में ५८० फुट ऊँचाई पर स्थित इवान झील से निकलकर १,३२५ मील का वक्र मार्ग तय कर अज़ॉफ सागर (Azov sea) में गिरती है। इस नदी का आर्थिक एवं भौगोलिक महत्व अधिक है। उद्गम स्थल से पूर्व की ओर प्रवाहित होकर, फिर दक्षिण मुड़कर टैंबॉय (Tamboy), ओरेल, वोरोनेज़, उत्तरी कॉकेशस राज्यों से होकर पुन: पूर्व की ओर मुड़ती है। वॉल्गा-डान-कैनाल नामक नहर से यह वॉल्गा नदी से मिला दी गई है। अज़ॉफ सागर में गिरने से पहले १३० वर्ग मील क्षेत्र के डेल्टे का निर्माण करती है। नदी की औसत ढाल ५.३ प्रति मील है। ५१ ४०' उ० अ० का समीपवर्ती क्षेत्र अत्यंत उपजाऊ है। रयाजान (Ryazan) तक इसका करार प्रपाती एवं चट्टानी है। वोरोनेज़ के संगम तक का मध्यवर्ती भाग क्रिटेशस (Cretaceous) युग की चट्टानों से होकर गुजरता है। रोस्टल नगर के बाद नदी में विभिन्न धाराएँ हो जाती हैं, जिनमें दक्षिणी धारा डॉन समझी जाती है।

वोरोनेज़ के संगम के ऊपरी भाग में नदी की चौड़ाई ५०० से लेकर ७०० फुट तक, कुछ स्थलों पर ८०० फुट है तथा गहराई ४ से लेकर २० फुट तक है। सबसे निचले भाग में नदी लगभग १,८७० फुट चौड़ी तथा ७० फुट गहरी हो जाती है। नदी नौकावहन के योग्य है, पर केवल कलाच तक ही उपयोग में लाई जाती है। इसकी प्रमुख उपयोगी सहायक नदियाँ वोरोनेज़, खप्पा, मेडवेडित्सा तथा डोनेट्स हैं।

नदी में वर्ष में दो बार बाढ़ आती है। नदी नवंबर-दिसंबर से मार्च-अप्रैल तक बर्फ से ढकी रहती है। इस नदी की साल्ट मछली देश में सर्वत्र भेजी जाती है। इसकी चूनायुक्त मिट्टी से अंगूर की कृषि को अधिक प्रोत्साहन मिला है। नदी का संपूर्ण प्रवाहक्षेत्र १,६६,००० वर्ग मील है।

२. इसी नाम की नदी स्कॉटलैंड के एबरडीन में तथा इंग्लैंड के यार्कशिर में बहती है। [कैलाशनाथ सिंह]