डान जुआन तिरसी डी मोलिना, मोलिये टामस कारनेल, गोल्डोनी आदि द्वारा लिखित नाटकों का नायक। आरंभ में इसका पूरा नाम डान जुआन टेनोरिओ था। इसका चित्रण कुलीन वंश में उत्पन्न स्वेच्छाचारी, विषयलोलुप युवक के रूप में किया गया है, जो १४वीं शताब्दी में सेविल नामक नगर का निवासी था। वह उलोआ के सेनानायक की पुत्री को भगा ले जाता है और बाद में, विरोध होने पर, सेनानायक की हत्या कर डालता है। जुआन की कामुकतापूर्ण उच्छृंखलताओं से आजिज आकर फ्रैंसिस्कन मठाधिकारियों ने उसे प्रलोभन देकर अपने पास बुलाया और उसकी इहलीला समाप्त कर दी। कहा यह गया कि मृत सेनापति के बुत ने उसका अपहरण कर उसे नरक पहुँचा दिया। विभिन्न लेखकों या नाटककारों ने इस कल्पित आख्यान में थोड़ा बहुत हेरफर कर अपने ढंग से इसका वर्णन किया है। अंग्रेजी के कवि बायरन ने भी इस शीर्षक से १६ सर्गों का एक काव्य लिखा है किंतु उसका नायक परंपराप्रसिद्ध डान जुआन से कुछ भिन्न प्रकृति का है, यद्यपि कहने के लिए वह भी अभिजात कुल में उत्पन्न स्पेनी युवक है। [मुकुंदीलाल श्रीवास्तव]