डरहम १. प्रदेश, स्थिति : ५४ ४७' उ तथा १ ३४' प दे। यह उत्तरी इंग्लैंड में १,०१४ वर्ग मील पर त्रिभुजाकार आकृति में फैला हुआ प्रदेश है। इसका पूर्वी भाग उत्तरी समुद्र से तथा पश्चिमी भाग पेनाइन पर्वत से मिला है। इसमें से होकर टाइन, डरवेंट तथा टीज नदियाँ बहती हैं। पेनाइन पर्वतश्रेणियों के पूर्व की ओर का ढालुआ मैदान पूर्वी समुद्रतट तक फैला हुआ है। यह संपूर्ण भाग मूरलैंड नदतंत्रियों, जलप्रपातों, जंगलों तथा हीथर (Heather) प्रकार की वनस्पतियों से परिपूर्ण है। यह औद्योगिक प्रदेश है तथा दुग्ध उद्योग एवं डरहम शारथैम (Durham shortham) चौपायों के प्रजनन का मुख्य केन्द्र है। रोमन काल से ही यहाँ पर कोयला, लोहा तथा जस्ते का बृहत् परिमाण में खनन होता आया है। यहाँ के मुख्य उद्योग जहाजरानी, लोहा पिघलाना, विद्युत् तथा इंजीनियरी यंत्र, औषधियाँ, वस्त्र एवं कांच बनाने के उन्नत संस्थान हैं। हार्टपूल तथा संडरलैंड यहाँ के मुख्य बंदरगाह हैं। यहाँ की अनुमानित जनसंख्या १५,१७,०३९ (१९६१) थी।

२. नगर, स्थिति : ५४ ५६' उ०अ०, तथा १ ३५' प० द०। यह डरहम प्रदेश का मुख्य नगर है जो पहाड़ियों पर बसा है और जिसके चारों ओर से वीयर (Wear) नामक नदी बहती है। यहीं पर बेडे का दर्शनीय मकबरा (Tomb of Bade) है जो ४९६ फुट लंबा है और जिसके मध्य में २१८ फुट ऊँचा स्तूप है। यह नारमन ढंग पर बना हुआ है। यहीं पर डरहम विश्वविद्यालय स्थित है जहाँ साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, संगीत तथा कानून आदि विषयों का पठन-पाठन होता ह। यहाँ की अनुमानित जनसंख्या ६,४९,४३१ (१९६१) थी।

३. नगर, स्थिति : ३६ ०' उ० अ० तथा ७८ ५२' प० दे०। यह संयुक्त राज्य अमरीका के उत्तरी कैरोलिना प्रदेश का रैले नगर से लगभग २० मील दूर स्थित एक मुख्य नगर है। यह तंबाकू उत्पादन एवं तंबाकू बनाने का सबसे बड़ा केंद्र है। १७५० ई० में यह नगर बसाया गया। इसका नाम पहले पिट्सबर्ग था, पीछे १८५१ ई० में डा० बर्टले डरहम के सम्मान में डरहम नाम पड़ा। यहाँ ड्यूक विश्वविद्यालय तथा कई चिकित्सा केंद्र हैं। व्यापार तथा शिक्षा के क्षेत्र में यहाँ नीग्रो लोगों की अधिकता है। यह नगर विश्व के सबसे बड़े नीग्रो जीवनबीमा संस्थान का मुख्य केंद्र है। यहाँ का गिरजाघर संयुक्त राज्य के उन गिरजाघरों में से एक है जो केवल बहरों तथा लंगड़ों के लिए है। यहाँ के मुख्य उद्योगों में तंबाकू उत्पादन, वस्त्र व्यवसाय, लकड़ी के काम, एवं यंत्रों, खाद्य पदार्थों, औषधियों तथा रासायनिक खाद का निर्माण है। यहाँ की जनसंख्या ७८,३०२ (१९६०) थी। [विजयराम सिंह]