टोंस १. (पूर्वी) नदी जो उत्तर प्रदेश के फैजाबाद के पश्चिम से निकली है। आजमगढ़ में प्रवेश करके यह दक्षिण-पूव प्रवाहित होती है। मऊ के समीप यह घाघरा से मिलती है और इन दोनों की संयुक्त धारा बलिया नगर से दो मील पश्चिम में गंगा नदी से मिलती है। टोंस और घाघरा की संयुक्त धारा छोटी सरयू के नाम से प्रसिद्ध है।

२. (उत्तरी) टेहरी और देहरादून जिले की यह नदी है। यह जमनोत्री चोटियों के उत्तर (३१°¢ उ. अ. तथा ७८° ३१¢ प. दे.) में यमुना नदी के उद्गम से कुछ मील ऊपर से निकलती है। यह स्यूपिन नाम की धारा के रूप में १२,७८४ फुट की ऊँचाई से बहती हुई र्यूपिन धारा से मिलती है, जो स्यूपिन के उद्गम से ३० मील पश्चिम में है। यहाँ पर दोनों धाराएँ संयुक्त रूप से टोंस कहलाती हैं १९ मील बहने के बाद टोंस देहरादून जिले के जानसार बाबर तथा पंजाब के जुब्बल और सिरमोर के मध्य सीमा निर्धारित करती है। १०० मील बहने के पश्चात् यह यमुना नदी से मिलती है। इस नदी का औसत प्रति मील गिराव ११० फुट है, अत: यह सिंचाई एवं नौपरिवहन के योग्य नहीं है।

३. (दक्षिणी) यह मध्य प्रदेश की नदी है। यह मैहर के पास समुद्रतल से २,००० फुट ऊँचाई पर कैमूर पहाड़ियों में स्थित तमसा कुंड से निकलती है। इसका दूसरा नाम तमसा भी है। यह १६५ मील बहने के पश्चात् उत्तर प्रदेश में गंगा यमुना के संगम से १९ मील आगे गंगा नदी में मिल जाती है। इसका बिहार (Bihar) प्रपात जो ३७० फुट ऊँचा है, प्रसिद्ध है। बेलन इसकी मुख्य सहायक नदी है। गंगा और टोंस के संगम पर १,२०६ फुट लंबा रेलवे पुल भी है। (अजितनारायण मेहरोत्रा)