टेलर, ब्रुक (Taylor, Brooke) (सन् १६८५ ई. -१७३१ ई.) अंग्रेज गणितज्ञ का जन्म १८ अगस्त, १६८५ ई. को एडमोंटोन में हुआ था। ये गणित की 'परिमित अंतर' नामक शाखा के जन्मदाता हैं। इसका वर्णन इन्होंने अपने मुख्य ग्रंथ 'मथोदुस इन्क्रेमैंतोरुम दिरेक्ता इत इन्वेर्सा' (Methodus incrementorum directa et inversa) में किया है। प्रकंपित रज्जु इत्यादि की गति के रूप के अध्ययन में उन्होंने इसका प्रयोग भी किया। इसी ग्रंथ में इनके प्रसिद्ध 'टेलर नियम' का भी वर्णन है। एक अवकल समीकरण के अपूर्व लब्धफल का अन्वेषण करके, इन्होंने अवकल समीकरण के अवकलन द्वारा इस लब्धफल को प्राप्त करने की विधि भी ज्ञात की। १७१७ ई. में इन्होंने किसी वर्गात्मक समीकरण के मूल को एक अनंत श्रेणी में प्रदर्शित कर दिखाया। इसके अतिरिक्त इन्होंने सर्वप्रथम खगोलशास्त्रीय वर्तन की ठीक ठीक व्याख्या उपस्थित की एवं दोलनकेंद्र के निर्मेय का विलक्षण हल निकाला। २९ दिसंबर, १७३१ ई. का इनकी मृत्यु हो गई।
सं. ग्रं. - टेलर कृत 'कातेंप्लासियो फिलोसौफिका' की भूमिका, सर डब्ल्यू० यंग का संस्करण, सन् १७९३। (रामकुमार )