टेलर (Taylor), फ्रेडरिक विन्स्लो (सन् १८५६-१९१५) संयुक्त राज्य, अमरीका, के इंजीनियर थे। इनका जन्म पेन्सिलवेनिया के जर्मनटाउन नामक छोटे नगर में हुआ था। सन् १८७५ में फिलाडेल्फिया नगर के एक छोटे कारखाने में यांत्रिक तथा प्रतिरूपकार (patternmaker) के पद पर इन्होंने जीवनयात्रा आरंभ की।

पाँच वर्ष पश्चात् जब ये मिडवे स्टील कंपनी में काम कर रहे थे तब कार्यकर्ताओं से वादविवाद में इन्हें इस बात का अनुभव हुआ कि कारखाने के किसी कार्य में एक दिन में कितना काम होना चाहिए, इसका सही निश्चय होना आवश्यक है। इस संबंध में किए अनुसंधान के फलस्वरूप इन्होंने प्रथम तो औजारों के इस्पात पर पानी चढ़ाने (मृदुकरण, tempering) की ऐसी रीति का आविष्कार किया जिसके द्वारा उच्च गति पर धातु को काटने का कार्य संभव हो सका। द्वितीय, इन्होंने कारखानों के प्रबंध के संबंध में उस प्रणाली को विकसित और पूर्ण किया जिसको आगे चलकर वैज्ञानिक पर्याय की संज्ञा दी गई। शेष जीवन इन्होंने इसी प्रणाली के सिद्धांतों के प्रवर्तन में बिताया।

इनकी लिखी पुस्तकों में 'ऑन ऑव दि आर्ट कटिंग मेटल्स' तथा 'दि प्रिंसिपुल्स ऑव सायंटिफिक मैनेजमेंट' प्रमुख है। (भगवानदास वर्मा)