टीमॉर स्थिति ९� ०� से १०� २७� द. अ. तथा १२३� २७� से १२७� १८� पू. दे.। यह मलय पुंजद्वीप के लघु-� सुंडा-द्वीपसमूह� (Lesser Sunda islands) का सबसे बड़ा एवं पूर्वी द्वीप है तथा यह मुख्य द्वीप से साबू सागर तथा ओंबई जलडमरूमध्य द्वारा और आस्ट्रेलिया से टीमॉर सागर द्वारा अलग है।
राजनीतिक दृष्टि से यह पश्चिमी एवं पूर्वी दो भागों में विभाजित है। पश्चिमी भाग, ५,१२० वर्ग मील, इंडोनेशिया (पहले यह डचों के अधिकार में था) के अधिकार में है तथा पूर्वी भाग, ७,३५० वर्ग मील, पुर्तगाल का उपनिवेश है। यह ३०० मील लंबा एवं ६० मील चौड़ा है, जिसका क्षेत्रफल लगभग १२,४७० वर्ग मील है। इसका समुद्री किनारा खड़ा, ढालुआ तथा अगम्य है, क्योंकि किनारों के चारों ओर मूँगे की चट्टाने पाई जाती है। यहाँ पर सर्वत्र पर्वतश्रेणियाँ हैं, जो ज्वालामुखीय उत्पत्ति की हैं। इसकी एक चोटी, माउंट ऐटलास, १२,००० फुट से भी अधिक ऊँची है। इसके भीतरी भाग के बारे में जानकारी कम है। यहाँ पर अन्य पूर्वी द्वीपों की अपेक्षा कम वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। किनारों पर कृषि होती है। इसमें भी दक्षिणी किनारे की अपेक्षा उत्तरी किनारे पर अधिक कृषि की जाती है। यहाँ पर घरेलू उपयोग के लिए कहवा, धान, चीनी तथा नारियल उगाया जाता है। कुछ मात्रा में चंदन, मोम, कछुए का कवच एवं कहवा बाहर निर्यात किया जाता है। यहाँ के अधिकांश निवासी पैपुआ जाती के लोग हैं, जिनमें मलय, पालिनेशियाई तथा नीग्रो जातियों का संमिश्रण है। यहाँ का अधिकांश व्यापार चीनियों के अधिकार में है। इंडोनेशियाई भाग की राजधानी कुंपांग है, जिसकी जनसंख्या लगभग ५,५०० है तथा पुर्तगाली भाग की राजधानी डिलि (Dili) है, इसमें से कुछ यूरोपवासी भी हैं। (नृपेंद्रकुमार सिंह)