जिम्नैस्टिक्स प्राचीन ग्रीस देश में युवा पुरुष नंगे शरीर दौड़कर, भारी वस्तुएँ फेंककर, कुश्ती लड़कर तथा अन्य रीतियों से व्यायाम करते थे। इस व्यायाम को जिम्नैस्टिक्स कहते थे, क्योंकि ग्रीक भाषा में जिम्नीस शब्द नग्न का समानार्थी है। इन व्यायामों का उद्देश्य बल, कौशल तथा अंगों के प्रयोग के आवश्यकतानुसार नियंत्रण का विकास करना होता था।
इतिहास ¾ जिन स्थानों पर ये व्यायाम किए जाते थे उन्हें जिम्नेशियम कहते थे। जिम्नेशियमों का ग्रीक जीवन में विशेष स्थान था। ये सार्वजनिक संस्थाएँ होते थे। राज्य इनके लिये विशेष भवन तथा संचालक अधिकारी नियुक्त करता था। इन अधिकारियों पर जिम्नेशियम की सजावट ओर सुरक्षा, युवा प्रशिक्षार्थियों के नैतिक आचरण की देखरेख, सार्वजनिक दंगलों में भाग लेनेवाले मनुष्यों को तैयार करने तथा इन दंगलों की व्यवस्था का भार रहता था।
कुछ समय पश्चात् ग्रीस निवासियों का जिम्नेशियम केवल व्यायाम का स्थल नहीं रह गया। इसका रूप व्यापक हो गया।