जिंजी स्थिति : १२ १५' उ.अ. तथा ७९० १५' पू. दे.। यह ऐतिहासिक ग्राम है, जो मद्रास राज्य के दक्षिण आर्काडु जिले में तिंडिवनम तिरूवन्नमलै सड़क पर स्थित है। यहाँ पर एक प्रसिद्ध दुर्ग है, जो राजगिरि, कृष्णगिरि तथा चंद्रदुर्गं नामक तीन पूर्णत: सुरक्षित पार्श्वंवर्ती पहाड़ियों पर फैला है और एक दीवार से घिरा है। दुर्ग का महत्वपूर्ण भाग राजगिरि पहाड़ी पर स्थित है। यह पहाड़ी आसपास की भूमि से लगभग ६०० फुट ऊँची है। रणकुशलता की दृष्टि से दुर्ग पर खड़े १० रक्षक १०,००० शत्रुसेना को रोकने में समर्थ हो सकते थे। ऐतिहासिक अभिलेखों तथा शिल्पकला से ऐसा प्रतीत होता है कि यह किला प्राचीन विजयनगर वंशजों की ही देन है। (राधिका नारायण माथुर)