जालंधर पंजाब राज्य का एक प्रभाग है। इसका क्षेत्रफल १९, ४१० वर्ग मील है। बाहरी हिमालय तथा काँगड़ा पहाड़ियों के अलावा इस प्रभाग में उपजाऊ मैदान भी हैं। इसमें ६,४१५ गाँ तथा ३७ नगर हैं। जालंधर, फीरोजपुर तथा लुधियाना नगर व्यापार में प्रमुख हैं। काँगड़ा तथा ज्वालामुखी नगर धार्मिक केंद्र हैं। हिंदू, मुसलमान तथा सिख यहाँ के प्रमुख हैं। काँगड़ा तथा ज्वालामुखी नगर धार्मिक केंद्र हैं। हिंदू, मुसलमान तथा सिख यहाँ के प्रमुख धर्मं हैं। यहाँ काँगड़ा, किला, मुदकी फीरोजशाह, अलीवल एवं सोबरान प्रथम सिख युद्ध (१८४५ ई.) के रणक्षेत्र हैं।

२. जिला, यह पंजाब राज्य में हैं। इसका क्षेत्रफल १,३३४ वर्ग मील तथा जनसंख्या ८,७७,३७९ (१०६१) है। यह व्यास और सतलज नदियों के बीच स्थित है। यह विस्त-जालंधर-दोआब के नाम से जाना जाता है। पूरे जिले की मिट्टी उपजाऊ है। गेहूँ प्रमुख कृषिपदार्थ है। इसके अतिरिक्त चना, जौ, मक्का तथा दालें भी यहाँ होती हैं। गन्ना और कपास यहाँ पंजाबी भाषा प्रधान है। जाट, खोखर और गूजर जिले की प्रमुख जातियाँ हैं। रेशम तथा कपास बुनना, सोने चाँदी की वस्तुएँ और कागज के बरतन बनाना यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। यहॉ कई महाविद्यालय हैं।

३. तहसील, यह पंजाब राज्य के जालंधर जिले में है। इसका क्षेत्रफल लगभग ३९१ वर्ग मील है। उत्तर-पूर्व में ६ मील चौड़ा उपजाऊ मैदान है। शेष भाग पठारी है, जिसपर रेत के टीले हैं। गेहूँ यहाँ का प्रमुख कृषिपदार्थ है। करतारपुर, अलवालपुर और जालंधर तहसील के प्रमुख नगर हैं। जालंधर नगर में तहसील का प्रमुख कार्यालय है।

४. नगर, स्थिति : ३१० २०' उ. अ. तथा ७५० ३५' पू.दे.। यह पंजाब राज्य का नगर, तहसील एवं जिला है। इसकी जनसंख्या २,२२,५६१ (१९६१) है। यह उत्तर रेलवे पर बंबई से १,१८० मील दूर स्थित है। शहर कई बस्तियों से घिरा है। ह्वेनसांग यात्री यहाँ आया था। रेशम बनाना, आटा पीसना, लोहे और पीतल की वस्तुएँ बनाना यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं। सदर की जनसंख्या ४२,४६१ (१९६१) है। यहाँ एक महाविद्यालय एवं कई स्कूल हैं। (सैय्यद मुजफ्फर अली)