जार्जोने (१४७८-१५११) इतालवी चित्रकार, वास्तविक नाम जार्जियो बारबारेली (या बारबारेला)। कास्तल फ्रांको में जन्मा। इसने प्राय: ऐतिहासिक चित्र बनाए और व्यक्तिचित्रण में रुचि दिखाई। तिशियन के साथ उसने वेनिस शैली का अध्ययन किया। यदि वह अधिक दिन जीवित रहता तो संभवत: तिशियन का प्रतियोगी होता। वेनिस शैली की कई असामान्य और अद्भुत तकनीकों को विकसित करने का श्रेय जार्जोने को ही है। इसकी विविध रंग योजनाएँ अनेक चित्रकारों ने अपनाई हैं। तत्कालीन चित्रकला पर उसका इतना व्यापक प्रभाव था कि अन्य चित्रकारों से उसके चित्रों का भेद करना कठिन है। फिर भी कुछ चित्र प्रामाणिक रूप से उसके माने जाते हैं, जो संख्या में १२ हैं : उनमें कुछ विशेष उल्लेखनीय हैं, जैसे 'संत फ्रांसिस और लिबरल के साथ सिंहासनारूढ़ मडोना' जिसे उसने कास्तलफ्रांको के चर्च के लिये बनाया था, 'यायावर और सैनिक' 'जार्जोने का परिवार' और 'तीन दार्शनिक' जो वियना में तथा 'सुषुप्त वीनस' जो ड्रेंस्डन गैलरी में संगृहीत हैं।