जार्ज, कुस्तुंतुनिया का यह बैजंटाइन इतिहासकार तथा पादरी था जिसका जीवनकाल ८ वीं शताब्दी के अंतिम चरण ओर नदीं शताब्दी के आरंभ में बताया जाता है। यह कुस्तुंतुनिया के पैट्रियार्क टैरेसियस (७८४-८०६) का विश्वासप्राप्त साथी था। टैरेसियस प्रत्येक कठिनाई में इसी से परामर्श लेता था और इसी के निर्णय को अंतिम मानता था। टैरेसियस की मृत्यु के उपरांत इसने अपनी लेखनी उठाई और ऐडम से लेकर डा. केलेशियन के युग तक की सभी घटनाओं का क्रमिक वृत्तांत देना प्रारंभ किया। यह अपना कार्य संपादित नहीं कर पाया था कि इसकी मृत्यु हो गई किंतु अवशिष्ट कार्य इसके साथी थियोफीनेस कन्फैशन ने पूर्ण किया। धार्मिक दृष्टिकोण रखते हुए भी इसका यह कार्य अमूल्य है।
जार्ज का महत्व उसके साहित्य में निहित है। मध्ययुग को शताब्दियों में, जिन्हें उसके अंतकाल की संज्ञा दी गई है, मानव सभ्यता का क्रमिक इतिहास को लेखबद्ध करने का कार्य निश्चय ही दु:साध्य था। जिस संकल्प एवं अध्यवसाय से जार्ज ने लगभग संपादित कर दिया था वह उसके व्यक्तित्व की अमिट छाप छोड़ गया है।