जामोइस्की, जान सेनापति और राजनीतिज्ञ। स्कोकोव में १ अप्रैल, १५४१ को उत्पन्न हुआ और ३ जुलाई, १६०५ को चल बसा। पेरिस स्ट्रासबर्ग और पाडुआ में इसने शिक्षा प्राप्त की। १५६४ में पाडुआ विश्वविद्यालय का कुलपति चुना गया। १५६५ में यह पोलैंड गया। अनेक उतार चढ़ाव के पश्चात् जामोइसकी राज्य का चांसलर हो गया और पौलिश राजनीति की शक्ति उसके हाथ में आ गई। तत्पश्चात् उसने सम्राट् की भतीजी ग्रिसेल्डा से विवाह किया। १५८० में, जब कि रूस से युद्ध हो रहा था, बाथोरी ने उस मुख्य सेना का 'कमांडर' नियुक्त कर दिया। १५८६ में बाथोरी की मृत्यु के पश्चात् यदि वह चाहता तो सम्राट् बन सकता था, किंतु अपनी राजनीतिक शक्ति का उपयोग उसने स्वेडन के सम्राट् के पुत्र सिजिस्मंड तृतीय के पक्ष में किया। आर्कड्यूक मैक्सीमिलियन की सेना को उसने क्रासे में पराजित किया। १५०० से १५९२ तक वह बराबर युद्धों में फँसा रहा। सिजिस्मंड से मतभेद होते हुए भी, वह राज्य का महत्वपूर्ण व्यक्ति बना रहा। इस बीच उसने तुर्को, तारतारों और कुशकों से युद्ध किया।
जामोइस्की केवल राजनीतिज्ञ और सैनिक ही नहीं था, वह साहित्य और विज्ञान का भी आदर करता था। उसने न्यू जोमोस्क में एक विश्वविद्यालय और छापेखाने की भी स्थापना की। उसने टेस्टामेंटस जोन्निस जामोरी नाम की एक पुस्तक भी लिखी है।