जामनगर १. यह कच्छ की खाड़ी के दक्षिणी तट पर विस्तृत गुजरात राज्य का जिला है। पहले यह देशी राज्य था। इसके उत्तर में कच्छ की खाड़ी , पश्चिम में अरब सागर, पूर्व में राजकोट और दक्षिण में राजकोट तथा जूनागढ़ के जिले पड़ते हैं। यहाँ की अधिकांश भूमि समतल है, पर २,००० फुट ऊँची बारदा पहाड़ी का २/३ भाग इस जिले के अंतर्गत है। पहले इन पहाड़ियों पर शेर, चीते आदि जंगली जानवर मिलते थे परंतु १८६० ई. में विद्रोही वघेरों को दबाने के लिये जब से तोपें छोड़ी गई तब से ये जानवर गिर के जंगल में चले गए।

इस जिले में संगमरमर की खुदाई होती है। समुद्रतट पर मोती निकालने का भी कुछ काम होता है। अधिकांश लोगा कृषि पर जीवन-निर्वाह करते हैं। वर्षा की कमी (२०'' वार्षिक) से प्राय: अकाल पड़ता रहता है। जिले का क्षेत्रफल ३, ९४४ वर्ग मील तथा जनसंख्या ८, २८, ४१९ (१९६१) इस जिले के मुख्य नगरों में खंभालिया, द्वारका, जामजोधपुर, भानवड, मिथापूर, बेड़ी, ्घ्राोल, ओखा बंदरगाह, सिक्का, जोडीया उल्लेखनीय हैं।

२. नगर स्थिति : २० २७' ३०'' उ.अ. तथा ७० १६' ३०'' पू. दे.। इसकी स्थापना १५४० ई. में जाम रावल ने की थी। सारा नगर पत्थर का बना हुआ है। यहाँ पर एक किला है, जो १७८८ ई. में निर्मित किया गया था। नगर की जनसंख्या १, ४८, ५७२ (१९६१)

है! (उजागर सिंह)