चेम्सफोर्ड, फ्रेडरिक जान नैपियर थिसाइज़र (जन्म १२ अगस्त, १८८६- मृत्यु २ अप्रैल, १९३३, लंदन उपाधि-प्रथम विस्काउंट) आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रतिभावान् स्नातक और ख्यातिनामा ब्रिटिश प्रशासक थे। भारत के वाइसराय (१९१६-२१) बनने के पूर्व आप क्रमश: क्वींसलैंड (१९०५-१९०९) और न्यू साउथवेल्स (१९०९-१३) में सफल गवर्नर रह चुके थे। भारतवर्ष में आपने 'मांटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधारो' (१९१८) को कार्यान्वित किया। उनका बहिष्कार करनेवाले कांग्रेसियों, स्वतंत्रता की राष्ट्रीय माँग, सत्याग्रह और खिलाफत आंदोलन को कुचलने के लिए आपने रौलेट ऐक्ट (१९ मार्च, १९१९) लागू किया। फलत: पंजाब में जलियाँवाला बाग के लोमहर्षक हत्याकांड और उत्पीड़क दमन नीति से क्षुब्ध जनता का रोष गांधी जी के असहयोग आंदोलन में प्रकट हुआ। 'खिलाफत' को सैन्यबल देनेवाले आफगान अमीर से रुष्ट होकर दंडस्वरूप चेम्सफोर्ड ने उसकी सरकारी सहायता और भारत से शस्रास्र आयात करने की सुविधा बंद कर दी। सेवानिवृत्त होने पर ब्रिटिश सरकार ने आपको उच्च उपाधियाँ देकर सम्मानित किया। चेम्सफोर्ड ने मजदूर मंत्रिमंडल में ऐडमिरल्टी के प्रथम 'लार्ड' (१९२४) और न्यूसाउथवेल्स के एजेंट जनरल (१९२६-२८) के रूप में भी कार्य किए। (ुशवगोपाल वाजपेयी)