चरखारी १. राज्य मध्यप्रांत का भूतपूर्व सनद राज्य था। यह ७४५ वर्ग मील क्षेत्र में फैला हुआ था। इस राज्य के उपजाऊ मैदानी भाग के गर्भ में बुंदेलखंड की नीस चट्टानें छिपी हैं। विंध्याचल तथा पन्ना श्रेणियों के मध्य भाग में ये चट्टानें सतह पर दिखाई देती हैं। केन तथा धसान प्रमुख नदियाँ हैं। चरखारी इस राज्य का प्रधान नगर है। कृषि क्षेत्र (२६३ वर्ग मील) में से केवल २२ वर्ग मील क्षेत्र सिंचित था। ज्वार गेहूँ, चना, कोदो और कपास यहाँ की प्रमुख फसलें हैं। रानीपुर में हीरे की कुछ खानें हैं। एक पक्की सड़क चरखरी नगर को महोबा से जोड़ती है। राज्य में छ: स्कूल थे। अब यह राज्य मध्यप्रदेश में मिल गया है।
२. नगर, रनजीत पहाड़ (३३० फुट) की तलहटी में स्थित है। यह भूतपूर्व चरखारी राज्य (मध्यप्रांत) का प्रमुख नगर था। इसकी जनसंख्या १३,३३५ (१९६१) है। मध्य रेलवे की झाँसी-मानिकपुर शाखा पर स्थित महोबा स्टेशन से १० मील दूर है। इस नगर में तीन बड़े तालाब हैं। यहाँ डाक बँगला, अस्पताल एवं स्कूल है। अब यह मध्य प्रदेश का एक नगर है। (सैय्यद मुजफ्फर अली)