घटोत्कच भीम का पुत्र। इसकी माता का नाम हिंडिबा था। यह असाधारण शक्तिशाली तथा मायायुद्ध में अत्यंत निपुण था। महाभारत के युद्ध में यह पांडवों की ओर से लड़ा और कौरव सेना का इसने इतना संहार किया कि विवश होकर कर्ण को वह अमोघ शक्ति छोड़कर इसे मारना पड़ा, जिसे उसने अर्जुन का मारने के लिये इंद्र को प्रसन्न करके प्राप्त की थी। (भोलानाथ तिवारी)