ग्लास्गो, एलेन (अमरीकी, १८७४-१९४५) उपन्यासकार के रूप में एलेन ग्लासगो ने संयुक्त राज्य अमरीका के दक्षिणी भाग में स्थित वर्जिनिया प्रदेश का जीवन बड़े ही रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है। इनकी प्रारंभिक रचनाओं में गृहयुद्ध के समय की स्थित का व्यापक चित्र मिलता है। बाद की रचनाओं में अनुपजाऊ भूमि पर बड़ी कठिनाई से जीवनयापन करते हुए मानव के संघर्ष और दु:खों का वर्णन मिलता है। सन् १९२५ में प्रकाशित उपन्यास 'बैरेन ग्राउंड' इसी प्रकार की रचना है। कुछ उपन्यासों में उन्होंने बड़े नगरों के जीवन का बड़ा ही सूक्ष्म और व्यंगात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया है। 'दि शल्टर्ड लाइफ' नामक उपन्यास में व्यंग का अच्छा पुट है। कुछ कहानियों में जो 'दि शैडोई बर्ड' (The Shadowy Bird) शीर्षक से १९२३ में प्रकाशित हुईं मानव भावों क गूढ़ मनोवैज्ञानिक अध्ययन मिलता है। एलेन ग्लास्गो अपने पाठकों क रुचि में समय समय पर होते परिवर्तनों से सर्वथा परिचित थीं और इन्हीं के अनुसार इनकी कला में भी परिर्वतन होता रहा। इनक शैली में स्पष्टता और ताजगी है। कला की दृष्टि से इनके उपन्यास उच्चकोटि के हैं। इन्होंने कहीं भी कहानियों को रोचक बनाने के उद्देश्य से चमत्कारिक घटनाओं का सहारा नहीं लिया है। इनकी अन्य रचनाएँ इस प्रकर है :
दि डिंसेंडैंट (१८९७,) दि वायस ऑव दि पीपुल (१९००), दि बैटिल ग्राउंड (१९०२), दि ऐंश्येंट ला (१९०८), वर्जिनिया (१९१३), दि बिल्डर्स (१९१९), दि रोमैंटिक कमेडियंस (१९२६)। (तुलसी नारायण सिंह)