ग्रिबोयेदोव, अलेक्संदर सेर्गेएविच (४.१.१७९५-३०.१.१८२९) प्रसिद्ध रूसी लेखक, कवि और नाटककार; जन्म मास्को में। मास्को विश्वविद्यालय के साहित्य, न्याय-संबंधी तथा गणित विभागों की शिक्षा प्राप्त की। सन् १८१८ से ईरान में रूसी दूतावास में कार्य किया। अंग्रेजी और ईरानी प्रतिक्रियावादियों ने ग्रिबोयेदोव को तेहरान में मार डाला। ग्रिबोयेदोव का साहित्यिक कार्य १८१५ से प्रारंभ हुआ। इनके कई प्रहसन (कॉमेडी) हैं, जैसे 'नव दंपत्ति', 'अपना परिवार या विवाहित दुल्हन', 'विद्यार्थी' एवं 'बुद्धि से अभाग्य' प्रसिद्ध पद्यात्मक प्रहसन, जिससे ग्रिबोयेदोव को ख्याति मिली। यह कृति १८२४ में प्रकाशित हुई। इसमें प्रगतिशील युवकों का ज़ारशाही के समर्थकों से संघर्ष प्रतिबिंबित है। इस नाटक के अनेक छंदों का प्रचार कहावत के रूप में हुआ। यह नाटक आजकल भी लोकप्रिय है और इसका अभिनय बराबर होता है। 'बुद्धि से अभाग्य' नाटक का गहरा प्रभाव रूस साहित्य और थियेटर पर हुआ। (प्यौत्र कलेक्सीविच बाराकिन्नकोव)