गोर्की रूस देश के आर.एस.एफ.एस.आर. (रशियन सोशिलिस्ट फेडेरेटेड सोविएट रिपब्लिक) की राजधानी है। १९२२ ई. से इस नगर का नाम निज्हनीय नोवगोरोद (Nizhni Novgorod) यह नाम मक्सीम गोर्की की प्रतिष्ठा का द्योतक है। नगर वाल्गा ओका नदियों के संगम पर मास्को के उत्तर-पश्चिम में २५० मी. दूरी पर बसा है। १९२१ ई. में नगर का प्रादुर्भाव हुआ। उस समय कतिपय प्राचीन भवनों तथा गिरजाघरों से नगर की प्राचीनता का ज्ञान होता है। १३वीं शताब्दी का बना हुआ किला प्रसिद्ध है। यहाँ बहुत बड़े गिरजाघर सुप्रसिद्ध हैं जिनमें पादरियों की गद्दियाँ हैं। नगर में एक प्राचीन शाही महल भी है।

नगर के आधुनिक विकास में यहाँ के उद्योग धंधों का विशेष श्रेय रूस के इस औद्योगिक केंद्र में मशीन तथा कलपुर्जे बनाने एवं व उद्योग के कारखाने प्रमुख हैं। छोटे औजार बनाने का काम भी विकसित पैमाने पर होता है। नगर में एक बहुत बड़ा अंतर्राष्ट्रीय मेला १० जुलाई से लेकर १५ सितंबर तक होता है। १५५२ ई. के बाद यह मेला एशिया तथा रूस के सामानों का बहुत बड़ा विनिमय केंद्र हो गया है। १९१८ ई. में यहाँ एक विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। नगर की जनसंख्या तीव्र गति से बढ़ रही है - १९३९ ई. में ६,४४,११२ जो १९५९ ई. में ९,४२,००० हो गई। (हरि हर सिंह.)