गेसेन, अलेक्संदर इवानोविच (१८१२-१८७० ई.) रूसी लेखक, क्रांतिकारी, और भौतिकवादी दार्शनिक। २५ जनवरी, १८१२ ई. को जन्म। १८३३ ई. में मास्को विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। १८३४ में क्रांतिकारी काम के लिए गिरफ्तार हुए और १८४० तक कालापानी में रहे। १८४७ में विदेश गए। १८४८ में पेरिस में बुर्जुआ क्रांति में भाग लिया। १८५२ से लंदन में रहने लगे। ‘पोल्यार्नाया ज्वेज्दा’ पत्रिका और ‘कोलोकोल’ पत्र का प्रकाशन किया जिनमें क्रांतिकारी विचारों का प्रचार किया जाता था। गेसेन के कार्ल मार्क्स से मतभेद थे। गेसेन अराजकवादी बकूनिन के समर्थक थे, लेकिन अपने जीवन के अंत में उन्होंने मजदूर वर्ग के प्रति अपना ध्यान रखा। गेसेन रूसी भौतिकवादी दर्शन के प्रसिद्ध प्रतिनिधि थे। पर वे समाज के विकास की अनुमति के लिए भौतिकवादी दर्शन का प्रयोग न कर पाए। गेसेन ने कई उपन्यास भी लिखे। ‘अपराधी कौन?’ (१८४६) में रूस की कम्मीगिरी की आलोचना की गई थी। ‘सोरोका-वोरोव्का’ (१८४८) में एक रूसी कम्मीगिरी प्रतिभाशाली अभिनेत्री की दु:खदायक कहानी है। ‘डाक्टर क्रुपोव’ (१८४७) लघु उपन्यास में उस समाज का ध्वंसात्मक वर्णन है जिसमें लोगों को समान अधिकार नहीं हैं। ‘भूत बातें और विचार’ (१८५२-६८) गेसेन की मुख्य कृति है। इसमें रूस और पश्चिम यूरोप के देशों के सामाजिक जीवन तथा क्रांतिकारी आंदोलनों का चित्रण किया गया है तथा रूसी क्रांतिकारियों की एक प्रतिमामूर्ति प्रस्तुत की गई है। (प्यौत्र कलेक्सीविच बाराकिन्नकोव)