गेल्वेज़, मैन्युएल अर्जेंटाइना का उपन्यासकार। जन्म १८८२ ई.। उसके अपने उपन्यास और कहानियों के माध्यम से अर्जेंटीनी जीवन की विशेषताओं की ओर संसार का ध्यान आकर्षित किया। अर्जेंटीना के सामाजिक जीवन पर स्पेन के व्यापक प्रभाव को उसने न केवल स्वीकार किया है वरन् डायरी ऑव गैब्रील क्विरोगा नामक पुस्तक में उसकी प्रशंसा भी की है। इनका ध्यान अपने देश के राष्ट्रीय जीवन के मूल तत्वों की व्याख्या पर विशेष केंद्रित रहा। उन्होंने अपने उपन्यासों में बाहरी दुनिया के संपर्क से प्रभावित और बदलते हुए राजधानी के जीवन तथा देश के भीतरी भागों वाले शहरों की रूढ़िवादिता के अंतर को भी बड़ी खूबी के साथ दिखाया है। उपन्यासकार के रूप में इनके ऊपर प्रकृतिवाद का प्रभाव पड़ा लेकिन उन्होंने जो कुछ भी लिखा, सुधार की दृष्टि से लिखा। इनका दृष्टिकोण सदा ऐतिहासिक रहा है और वर्तमान की चर्चा करते समय भी इन्होंने हमेशा अतीत के साथ उसके लगाव की बात ध्यान में रखी। इतिहास की पृष्ठभूमि में लिखी गई रचनाओं में सीन्स फ्रॉम द पैरागुएन वार, थिरिगोएन (१९३४) तथा रोसा (Rosas) १९४२ मुख्य हैं। उनके अन्य उपन्यास इस प्रकार हैं: ला मेस्त्रा नॉर्मल (१९१४), ला सोंब्रे देल कॉन्वेंतो, नेकारेगूल्स (१९१९), हिस्तोरिया डी अराबेल (१९२२) मीयरकोल्स सैंटो (१९३०), होलीवेंसडे। (तुलसी नारायण सिंह)