गुवार एक प्रकार की दाल जिसे केवाँच भी कहते हैं। इसका प्रयोग दाल की अपेक्षा कच्ची फली की अवस्था में तरकारी का रूप में विशेष होता है। यह मूलत: भारतीय सब्जी है किंतु १९०० ई. के लगभग इसका प्रचार दक्षिण पश्चिमी अमरीका में भी हुआ और वहां इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है और वहाँ उसका उपयोग कागज बनाने तथा कपड़े पर माड़ी देने के लिए किया जाता है। इसके आटे का उपयोग अनेक खाद्य पदार्थों में किया जाता है। (परमेश्वरीलाल गुप्त)