गीकी, सर आर्किबाल्ड (१८३५-१९३४ ई.) प्रसिद्ध भूविज्ञानविद्। इनका जन्म २८ दिसंबर, १८३५ को एडिनबरा में हुआ था। आपकी उच्च शिक्षा एडिनबरा विश्वविद्यालय में हुई। सन् १८५५ में आपकी नियुक्ति भौमिकी सर्वेक्षण विभाग में हुई। आपने यहां पर जो कार्य किया वह बड़ा सराहनीय रहा। स्कॉटलैंड की भौमिकी पर आपके लेख बहुत सारगर्भित थे। फलस्वरूप सन् १८६७ में जब स्कॉटलैंड में भौमिकी सर्वेक्षण विभाग की प्रथम शाखा स्थापित हुई तब आपको उसका संचालक बनाया गया। सन् १८७१ में आपकी नियुक्ति एडिनबरा विश्वविद्यालय में मरचिसन प्रोफेसर ऑव जियॉलाजी ऐंड मिनरॉजोजी के पद पर हुई। इन दोनों पदों का कार्यभार आपने सन् १८८१ तक सँभाला । इसके उपरांत आप ग्रेट ब्रिटेन के भौमिकी सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक (Director General) तथा लंदन के भौमिकी संग्राहलय के संचालक चुने गए। सन् १९०१ में आपने अवकाश ग्रहण किया।

सन् १८९२ में आप ब्रिटिश ऐसोसिएशन के सभापति चुने गए तथा सन् १९०९ में आप रॉयल सोसायटी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। सन् १९१४ में आपको आर्ड ऑव मेरिट मिला। आपकी मृत्यु १० नवंबर, १९२४ ई. को सरे में हास्लेमेर के निकट हुई।

आपने भौमिकी पर अनेक पुस्तकें लिखीं हैं। आपकी टेक्स्टबुक ऑव जियॉलाजी तो आज भी संदर्भग्रंथ के रूप में मान्य हैं। (महाराजनारायण मेहरोत्रा)