गिलोटिन मृत्युदंड के निमित्त एक यंत्र। फ्रांसीसी राज्यक्रांति के समय विशेष रूप से प्रयुक्त हुआ था। डा. जोजेफ इग्नेस गिलोटिन ने, जो वहां की संविधान परिषद के सदस्य थे, १७९८ में एक प्रस्ताव द्वारा अपराधी के मृत्युदंड के कष्ट को न्यूनातिन्यून करने के लिए इस यंत्र विशेष के प्रयोग का प्रस्ताव रखा। फलत: वह उन्हीं के नाम पर प्रख्यात हो गया। वस्तुत: वह उसके आविष्कारक न थे। इस यंत्र का प्रयोग रोमनकाल और मध्ययुग में भी होता था।
इसमें दो सीधे खंभों के बीच क्षैतिज आधार पर एक तिरछे फल का चाकू बड़ी शक्ति से घूमाता है। इसके लिए चाकू के पृष्ठभाग को बोझिल कर देते हैं। फलत: यह चाकू बड़ी सरलता से अपराधी का शिरोच्छेदन कर देता है।