ग़्ज़ााी मियाँ महमूद ग़्जानवी का भांजा सैयद सालार मसऊ द ग़्ज़ााी। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल में यह ग़्ज़ााी मियाँ के नाम से प्रसिद्ध है। उत्तर कोसल स्थित लव की पुरी श्रावस्ती, जो रामायण में शरावती नाम से अभिहित की गई है, के नरेश सुहेल देव (सुहृद्देव) ने बहराइच से प्राय: तीन मील पूर्व स्थित एक ग्रामीण जनपद में इसके आक्रमण को रोका था ओर इसे मार डाला था। उस ग्राम का निश्चित पता अभी कुछ ही वर्षों पूर्व लगा है और उसका नाम सुहेलनगर रख दिया गया है। सुहेलनगर नाम का यहाँ रेलवे स्टेशन भी बन गया है।
ग़्ज़ााी मियाँ का मेला भी लगता है पर इसका कोई विशेष कारण समझ में नहीं आता। (सर्वदानंद)